गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहजनपद में स्वच्छ भारत मिशन को किस तरह पलीता लगाया जा रहा है। इसकी बानगी छेत्र ब्रह्मपुर के ग्रामपंचायत लच्छमनपुर के टोला बेलही में शौचालयो की हालात देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ब्लॉक से लेकर जिले स्तर के जिम्मेदार विकास योजनाओ को किस तरह पलीता लगाते है। बेलही में बर्ष 2016-17 में 40 बर्ष 2017-18 में 54 शौचालय के निर्माण के लिए ग्राम निधि 6 में धन आया। चौकाने वाली बात तो यह है कि आज तक शौचालय नहीं बने अलबत्ता कुछ ढांचे खड़े जरूर देखे जा सकते है।जिन पर स्वच्छ भारत मिशन, लाभार्थी का नाम,वर्ष 2016-2017 लिखा है।94 तो नहीं कुछ ढांचे अवश्य खड़े है।सबसे चौकाने वाली बात तो यह है कि पांच शौचालय का निर्माण ऐसे जगह पर हो रहा है जहा एक भी मकान नहीं है।अधिकारी इतने मेहरबान हैकि अभी 94 शौचालय बने ही नहीं इसी ग्रामपंचायत के टोला जोलहबारी तथा जखिनी में ग्राम निधि 6MIS में 81 शौचालय के लिए धन आने की चर्चा है। यह जानकारी डीपीसी के हवाले से मिली है। 31 दिसम्बर 2017 तक सभी गावो को शौच मुक्त गांव करने का शासन का फरमान है। सभी विकास कार्यो की जाँच करने की जिम्मेदारी सहायक विकास अधिकारी पंचायत,बीडियो तथा सेक्टर प्रभारी की होती है। जिस कार्य को 31 मार्च 2017 कोपूर्ण हो जाना चाहिए तथा उन्हें क्रियाशील हो जाना चाहिए उन 40 शौचालयों की अभी तक दीवाल खड़ी कर छोड़ दिया गया है लेकिन एडीओ पंचायत तथा बीडियो ने किन परिस्थितियों में या क्या कारण रहे कि इधर से आँखे बंद किये रहे कि कार्य पूर्ण होने के समय सीमा समाप्त होंने के बाद भी 7 माह बीत गए और किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया। चौकाने वाली बात तो यह है कि एडीओ पंचायत तथा बीडीओ नियमित बेलही गांव के बगल से होकर गुजरते है और उन्हें भी सड़क से ही शौचालयो के खड़े ढांचे साफ दिखाई दे रहे है।
रिपोर्ट: रंजीत जयसवाल