हिन्दू धर्म में तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप मानकर घर के आंगन में पूजनीय स्थान दिया जाता है। लेकिन इसके अलावा भी तुलसी के वैज्ञानिक व आयुर्वेद की दृष्टि से कई लाभ मिलते हैं। इस अनमोल पौधे के कुल 5 प्रकार होते हैं, जो स्वास्थ्य से लेकर वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
हर दो से तीन घंटे में इसे ठन्डे पानी के साथ पिएं।तुलसी के कुछ पत्ते डालकर कम से कम दस मिनट का उबालें। बुखार, मलेरिया और डेंगू बुखार से राहत पाने के लिए इसे दिन में दो बार पिएं।
अगर आपको तेज बुखार है तो आप तुलसी के पत्तों को दूध में डालकर पिएं। इसके लिए आधे लीटर पानी में तुलसी के पत्ते और इलायची पाउडर डालकर उबाल लें। इसमें दूध और चीनी मिलाकर पिएं।