अपने उन्मादी भाषणों के लिए कुख्यात जाकिर नाइक का भारत में प्रत्यर्पण टेढ़ी खीर लग रहा है। मलेशिया के पीएम मोहम्मद महातिर ने कहा है कि वह नाइक को आसानी से भारत के हवाले नहीं करेंगे। न्यू स्ट्रेट टाइम्स को साक्षात्कार में महातिर ने तीखे तेवर दिखाए। उनका कहना था कि सभी पहलुओं पर विचार के बाद उनकी सरकार कोई फैसला लेगी। वह नहीं चाहते कि नाइक कहीं साजिश का शिकार न बन जाए।
मलेशिया में जाकिर नाइक का रिकार्ड साफ
जाकिर नाइक का मलेशिया में रिकार्ड बेहद पाक साफ है। वह किसी ऐसी गतिविधि में यहां संलिप्त नहीं रहा है जो राष्ट्रविरोधी कही जाए। महातिर ने कहा कि वह दूसरों की मांग पर यूं ही अमल नहीं करते। ध्यान रहे कि शनिवार को महातिर ने भारतीय उपदेशक के साथ मुलाकात की थी। मलेशिया में भी नाइक को शरण देने का विरोध हो रहा है।
सत्ता विरोधी दल मानते हैं कि वह यहां भी माहौल को खराब कर सकता है।
नाइक के खिलाफ एनआईए ने 2016 में आतंकरोधी कानून के तहत केस दर्ज किया था। उस पर विभिन्न समुदायों के बीत वैमनस्य को बढ़ावा देने का आरोप है। उधर, जाकिर का कहना है कि भारतीय मीडिया ने उसके खिलाफ माहौल बनाया। वह जल्द ही सारी चीजों को उजागर करेगा। एनआइए उसके खिलाफ मनी लांड्रिंग के मामलों की भी जांच कर रही है। इसी सिलसिले में मलेशिया से अनुरोध किया गया था कि वह उसे वापस भेजे। एजेंसी