बुधवार रात 11 बजे से गुरुवार सुबह तक लगातार हुई बारिश ने लखनऊ शहर के हालात बिगाड़ कर रख दिए। शहर पूरी तरह जलमग्न नजर आने लगा। लोगों को चैन से रात काटना मुश्किल हो गया। घरों में पानी घुस जाने से सोने का ठिकाना ढूंढ़ना मुश्किल हो गया। सबसे खस्ताहाल आशियाना कालोनी का रहा जहां सड़क से पानी घरों और स्कूलों के अंदर तक पहुंच गया।
वृन्दावन योजना, पीजीआई सेक्टर छह में 24 घण्टे से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। एसडीओ यह कहते रहे कि उसे फॉल्ट नहीं मिल रहा। फैजुल्लागंज समेत कई हिस्सों में सड़क धंस गई। इंदिरानगर में पेड़ गिर गया। कुछ इलाकों में जहां सीवर निर्माण कार्य के लिए गहरे गढ्ढे खोद गए थे उसमें आधा दर्जन से अधिक वाहन फंस गए। सफाई नहीं होने की वजह से सीवर ओवरफ्लो हो गए और घरों में गंदा पानी भर गया।
आरटीओ कार्यालय में भरा पानी, फाइलें डूबीं
कानपुर रोड स्थित आरटीओ कार्यालय जलमग्न हो गए। कई महत्वपूर्ण फाइले पानी में डूब गईं। जवाहर भवन और इंदिरा भवन परिसर समेत कई अस्पतालों और अन्य सरकारी विभागों में भी पानी भर गया। परिसर में पानी भरे होने से कर्मचारियों का ऑफिस के अंदर तक पहुंचना मुश्किल हो गया।
आलमबाग में घरों में भरा चार फुट तक पानी, लाखों रुपए का नुकसान
आलमबाग के आजाद नगर स्थित नीलकंठ पुरी में सड़क से लेकर घरों के अंदर चार फुट तक भर पानी गया। बरसात के पानी से लोगों का लाखों रूपये का सामान पानी मे डूब गया। जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने से आलमबाग के अधिकांश क्षेत्रों का बरसात मे यही हाल रहा।
पेपरमिल में गड्ढे में फंसे आठ वाहन
पेपर मिल कॉलोनी मे सीवर के लिए खोदी गई सड़क में आठ वाहन फस गए। इन वाहनों को निकालने के लिए लोग जुटे रहे। काफी देर तक इस मार्ग से गुजरने वालों को जाम का भी सामना करना पड़ा।
गायत्री नगर में सड़क पर हुए गड्ढे
फैजुल्लागंज चतुर्थ वार्ड गायत्री नगर कॉलोनी अमित श्रीवास्तव के मकान की गली में इतना जबरदस्त गड्ढा हो गया। जल निगम की लापरवाही सामने आई, जिसपर लोगों ने नाराजगी जताई।