Smart Phone जेब व हाथ पर जितनी सरलता से फिट हो जाता है उतनी ही सरलता से इसे चोरी भी किया जा रहा है. आज कल मोबाइल फोन चोरी की घटना भी बहुत ज्यादा बढ़ गई है. आपने अक्सर यह देखा होगा कि बाजार या बस जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर Smart Phone की चोरी सबसे ज्यादा होती है. इसी को देखते हुए स्वीडन ( Sweden ) की कंपनी एरिक्सन ( Ericsson ) ने एक ऐसी टेक्नोलॉजी को विकसित किया है जिसकी मदद से Smart Phone चोरी की घटनाओं को बहुत ज्यादा घटाया जा सकता है. इस टेक्नोलॉजी को पेटेंट करवाने के लिए कंपनी ने फरवरी महीने में आवेदन किया था. कंपनी का बोलना है कि एक बार पेटेंट मिलने पर हम इसका उत्पादन शुरु कर देंगे.इस टेक्नोलॉली में मोबाइल फोन चोरी से बचाने के लिए बायोमीट्रिक, फिंगरप्रिंट व पहचान के लिए ऑप्टिकल सेंसर का प्रयोग किया गया है. यह सेंसर भिन्न-भिन्न मोड पर कार्यकरेगा. इसमें लो फ्रिक्शन मोड के जरिए दिल की धड़कनों का भी पता लगाया जा सकता है कि यह फोन मालिक का है या नहीं. इसके अतिरिक्त हाई फ्रिक्शन मोड में यह भी पता लगया जा सकता है कि मोबाइल फोन हाथ या जेब में है या कहीं व है. इस टेक्नोलॉजी के आ जाने के बाद अगर आप इसका प्रयोग अपने Smart Phone में करते हैं व चोर जैसे ही आपकी जेब से फोन चुराने की प्रयास करेगा, वह इतनी तेजी से वाइब्रेट करेगा कि उसे पकड़ना सरल नहीं होगा. ऐसा इस लिए होगा क्योंकि यह लो फ्रिक्शन मोड में आ जाने के कारण इसकी सतह चिकनी हो जाएगी व लगातार वाइब्रेट होने के कारण इसे पकड़ पाना बहुत ज्यादा कठिन हो जाएगा.
इस टेक्नोलॉजी की मदद से कोई भी Smart Phone उपभोक्ता भीड़ जैसी जगहों पर बड़े आराम से घूम सकेगा व उसे फोन चोरी होने का भी कोई तनाव नहीं रहेगा. इस टेक्नोलॉजी से Smart Phone चोरी की घटनाओं को रोका जा सकता है. वैसे अभी यह टेक्नोलॉजी बाजार में उपलब्ध नहीं है. लेकिन रिपोर्ट की माने तो कंपनी इसे जल्द ही उपलब्ध कराने की प्रयासमें जुटी हुई है.