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जॉर्डन के किंग अब्दुलाह (शाह या राजा) की सौतेली बहन हया अब अपने शौहर से तलाक लेना चाहती हैं। जानकारी के अनुसार दुबई से निकलकर हया जर्मनी में बसना चाहती हैं।उन्होंने जर्मनी की सरकार से अपने बच्चों जालिया (11 साल) व जायद (सात साल) संग रहने के लिए राजनैतिक शरण मांगी है। कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि नयीजिंदगी प्रारम्भ करने के लिए प्रिंसेस हया अपने साथ अच्छा मात्रा में पैसा लेकर आई हैं। उन्हें पैसों को लेकर प्रयत्न नहीं करना पड़ेगा।
ऑक्सफोर्ड से पढ़ी हैं प्रिंसेस हया
बताया जाता रहा है कि पश्चिमी राष्ट्रों से प्रिंसेस हया बहुत ज्यादा रूबरू हैं। क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड की ही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी। इसके बाद से वह सोशल वर्क में लग गई थीं।
लेकिन बीती फरवरी से उन्हें किसी सार्वजनिक प्रोग्राम या फिर सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नहीं देखी जा रही हैं।
जबकि उससे पहले वह सार्वजनिक तौर पर बहुत ज्यादा सक्रिय रहती थीं। सोशल मीडिया में उनकी आखिरी तस्वीर 20 मई को देखी गई थी।
प्रिंसेस को दुबई से निकालने में इस देश ने की है मदद?
अरब मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार प्रिंसेस हया को दुबई से निकालने में जर्मनी के राजनयिकों ने मदद की है। क्योंकि इतना अधिक पैसा लेकर दुबई से निकलना वो दो-दो बच्चों को भी
मीडिया रिपोर्ट में सुत्रों के हवाले से ये दावा किया जा रहा है कि जर्मनी के राजनयिकों से प्रिंसेस के संबंध पहले से ही बहुत अच्छे थे। ऐसे में उन्हें देश से निकालने में वे जर्मनी के दूतावास की मदद ले सकती हैं।
प्रिंसेस को देश से निकालने को लेकर जर्मनी व यूएई के बीच कूटनीतिक स्तर पर संकट पैदा होने के संभावना हैं।
क्योंकि हया के जाने के बाद से ही यूएई के शेख मुहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने तत्काल जर्मनी सरकार से उनके बारे में जानकारी मांगी। बल्कि शेख ने फोन पर बात कर के जर्मनी के शासकों से अपनी बेगम को लौटाने की मांग कर दी। जर्मनी ने इस मुद्दे में कोई मदद करने से इन्कार कर दिया था।
शेख की बेटी भी कर चुकी है घर से भागने की कोशिश
प्रिंसेस हया दुबई की ऐसी शेख की पत्नी नहीं हैं जो भागने प्रयास कर रही है। इससे पहले दुबई के शेख की बेटी राजकुमारी लतीफा भी देश से निकल गई थीं। हालांकि तब उन्हें भारतीय प्रदेश गोवा के पास भारतीय तटरक्षक बल ने पकड़ लिया था। इसके बाद बहुत छोटी कागजी कार्रवाई पूरी कर उनके पिता को वापस सौंप दिया गया था।