अमेरिकी सांसद और डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता राशिदा तलैब का कहना है कि वह इस्राइली सरकार की दमनकारी शर्तों के कारण अब वेस्ट बैंक नहीं जाना चाहती हैं।बता दें इस्राइल ने पहले तो तलैब और इल्हान उमर की नियोजित यात्रा पर रोक लगा दी थी। लेकिन बाद में उन्हें मानवीय तौर पर वेस्ट बैंक जाने की इजाजत मिल गई। वेस्ट बैंक के कब्जे वाले भाग में तलैब का पारिवारिक गांव बीट उर अल-फूक स्थित है। यहां उनकी दादी रहती हैं। तलैब फलस्तीन मूल की हैं और जहां उनका घर है वो जगह अब इस्राइल के कब्जे में है। तलैब ने अपने फैसले की घोषणा शुक्रवार को ट्विटर पर की है।
इस्राइल ने तलैब और उमर के खिलाफ ये फैसला इसलिए लिया था क्योंकि इन दोनों ने इस्राइल के बहिष्कार के लिए शुरू हुए अभियान का समर्थन किया था और कहा था कि फलस्तीन के लोगों पर इस्राइल अत्याचार करना बंद करे। इस्राइल के कानून के अनुसार जो भी ऐसी गतिविधियों में शिरकत करता है, उसे इस्राइल में प्रवेश नहीं करने दिया जाता है।
दोनों के प्रवेश पर रोक के बाद इस्राइल के मंत्री अरयेह डेरी ने कहा कि मानवीय तौर पर तलैब को उनकी दादी से मिलने की इजाजत देने के लिए हम तैयार हैं। लेकिन ऐसा तभी हो सकता है जब तलैब एक संकल्प खत भेजें, जिसमें लिखा हो कि वह इस्राइल की सभी शर्तों का आदर करती हैं। तलैब ने अपने ट्वीट पर कहा है कि उनकी दादी नहीं चाहतीं कि वह इन शर्तों के साथ वहां आएं।
क्या कहा तलैब ने?
तलैब ने ट्वीट कर कहा, “मुझे चुप कराना और एक अपराधी की तरह व्यवहार करना, वो (दादी) मेरे लिए नहीं चाहतीं। ये चीजें मुझे मार रही हैं। मुझे लगता है कि अगर मैं इन शर्तों के साथ जाती हूं तो ये मेरे विश्वास के खिलाफ होगा। जैसे नस्लवाद के खिलाफ मेरी लड़ाई, अन्याय और उत्पीड़न।”
उन्होंने आगे लिखा है, “जब मैं जीती थी, तो इससे फलस्तीनी लोगों को आशा मिली थी कि अब कोई तो होगा जो अमानवीय शर्तों के बारे में सच कहेगा। मैं इस्राइल को मुझे अपमानित करके वो रौशनी नहीं छीनने दे सकती। मैं उनकी दमनकारी और नस्लवादी नीतियों के चलते मेरा मेरी दादी के प्रति प्रेम को इस्तेमाल नहीं होने दे सकती।”
इस्राइल ने अपने फैसले की घोषणा ट्रंप के डेमोक्रेटिक कांग्रेसविमेन पर रोक लगाने की बात के बाद की थी। इस मामले पर ट्रंप ने ट्विटर पर लिखा था, “अगर इस्राइल ने सांसद उमर और तलैब के यात्रा की इजाजत दे दी तो इससे उसकी बड़ी कमजोरी दिखेगी।” उन्होंने आगे लिखा, “वे इस्राइल और सभी यहूदी लोगों से नफरत करते हैं, और ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे उनके दिमाग को बदला जा सके….वे एक अपमान हैं।”