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ईरान- अमेरिका के आगे झुकना नहीं हैं मंज़ूर…

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने रविवार को बोला कि अगर अमेरिका हमारे ऊपर लगे सारे प्रतिबंधों को हटा देता है तो वार्ता के लिए तैयार हैं. रूहानी ने बोला कि आप हमें धमकाना बंद करें  प्रतिबंधों को हटाएं. खबर एजेंसी मेहर ने यह जानकारी दी.राष्ट्रपतिने बोला कि ईरान ने अपनी रणनीतिक धैर्य की नीति को बदलकर जवाबी कार्रवाई की नीति को अपना लिया है. परमाणु समझौते से संबंधित वाशिंगटन के किसी भी कदम का हम जवाब देंगे.इससे पहले जर्मनी, फ्रांस  ब्रिटेन ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु समझौते के तहत संयुक्त कार्रवाई योजना (जेसीपीओए) के सभी सदस्यों की मीटिंग बुलाने का आह्वान किया. इन राष्ट्रों के मुताबिक अमेरिका के लगातार ईरान पर प्रतिबंध लगाने  ईरान के इस समझौते के प्रावधानों को तोड़ने के कारण इस पर खतरा मंडरा रहा है.

ईरान ने यूरेनियम संवर्धन 4.5% किया

ईरान ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु समझौते के तहत यूरेनियम संवर्द्धन की 3.67% की तय सीमा को पार कर अपना यूरेनियम संवर्द्धन 4.5% तक कर लिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले वर्ष 8 मई को ईरान परमाणु समझौते से अपने देश को अलग कर लिया था. इसके बाद से ही दोनों राष्ट्रों के संबंध बहुत ही तल्ख हो गए हैं. इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है.

2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस  ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु प्रोग्राम को सीमित करने पर सहमति जताई थी.

ईरान ने अमेरिका के जासूसी ड्रोन को मार गिराया था

ओमान की खाड़ी में पिछले महीने हाेरमुज जलडमरूमध्य के समीप दो ऑयल टैंकरों अल्टेयर  कोकुका करेजियस में विस्फोट की घटना  ईरान द्वारा अमेरिका के खुफिया ड्रोन को मार गिराने के बाद से दोनों राष्ट्रों के बीच तनाव है.

‘अमेरिका ने कई बार ईरान पर साइबर हमले किए’

एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने पिछले दिनों ईरान के मिसाइल कंट्रोल सिस्टम  जासूसी नेटवर्क पर कई बार साइबर हमले किए थे. इससे पहले ट्रम्प ने ट्वीट कर बोला था- ‘‘ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते! ओबामा की खतरनाक योजना के तहत वे बहुत ही कम वर्षों में न्यूक्लियर के रास्ते पर आ गए. अब बगैर जाँच के यह स्वीकार्य नहीं होगा.हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं, जब ईरान से प्रतिबंध हट जाएंगे  वह फिर से एक समृद्ध देश बन जाएगा.’’

ईरान ने बोला था- कभी अमेरिका के आगे नहीं झुकेंगे

इससे पहले संयुक्त देश में ईरान के राजदूत माजिद तख्त रवांची ने बोला था कि अमेरिका जब तक ईरान को प्रतिबंधों के दबाव की धमकी देता रहेगा, ईरान उसके साथ बातचीत नहीं करेगा. हम दबाव के आगे झुकने वाले नहीं हैं. अमेरिका ने एक बार फिर ईरान पर दबाव डाला है. उसने हम पर  प्रतिबंध लगाए हैं. जब तक उसकी यह रणनीति रहेगी तब तक ईरान अमेरिका के बीच वार्ता नहीं हो सकती.

 

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