उत्तर कोरिया ने एक बार फिर से जापान के सागर में 2 अज्ञात प्रक्षेपास्त्र दागे हैं। इस पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने मिसाइल परीक्षण कर सयुंक्त राष्ट्र(यूएन) के नियमों का उल्लघंन बताया है। प्योंगयांग ने शुक्रवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो पर निशाना साधने के बाद यह प्रक्षेपण किया गया है।
अमेरिकी राजनयिक ने कहा था कि उत्तर कोरिया के पूरी तरह परमाणु निरस्त्रीकरण करने तक अमेरिका उस पर कठिन प्रतिबंध जारी रखेगा। इसके बाद प्योंगयांग ने पॉम्पियो को बहुत जहरीला कहा था। वहीं दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने इस पर बयान जारी करते हुए कहा कि हमारी सेना उत्तर कोरिया की गतिविधियों पर नजर बनाए है। गौरतलब है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेना के संयुक्त अभियान के खिलाफ उत्तर कोरिया ने हालिया सप्ताह में कम दूरी की कई मिसाइलें दागी हैं।
उत्तर कोरिया पिछले 3 महीने में अब तक उत्तर कोरिया 7 बार प्रक्षेपण कर चुका है। इससे पहले 16 अगस्त को भी किम जोंग-उन की निगरानी में 2 मिसाइलों का प्रक्षेपण किया गया था। वहीं अमेरिका ने उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण को सामान्य प्रक्रिया का ही हिस्सा बताया।