दूरसंचार दिग्गज एयरटेल को जून में समाप्त हुई चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2,866 करोड़ रुपये का सकल घाटा हुआ है, जिसमें 1,445 करोड़ रुपये का एक बार में घाटा हुआ है। भारत के तीसरे सबसे बड़े मोबाइल ऑपरेटर को इतना बड़ा घाटा होने के बाद अब इस सेक्टर के दोबारा मुनाफे में आने की उम्मीद कम हो गई है, जिसका मुख्य कारण रिलायंस जियो द्वारा दी जा रही तगड़ी प्रतिस्पर्धा है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि 1 अप्रैल 2019 से आईएनडीएएस 116 अपनाने के बाद कंपनी के जून तिमाही के नतीजों की पिछले तिमाही के नतीजों से तुलना करना सही नहीं होगा। साल-दर-साल आधार पर देश के वायरलेस कारोबार में 4.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है, जोकि 10,724 करोड़ रुपये रही।
फिलहाल सभी दूरसंचार कंपनियां नुकसान में हैं, जिसका मुख्य कारण रिलायंस जियो द्वारा छेड़ा गया टैरिफ वार है, जिसने बेहद सस्ते डेटा टैरिफ और मुफ्त वॉयस कॉल के साथ बाजार में प्रवेश किया था।