गाड़ी चलाने वाले को हमेशा टायर के पंचर होने व टायर की हवा निकलने का भय सबसे ज्यादा रहता है। हालांकि मार्केट में ट्यूबलेस टायर आ चुके हैं जो कि पंचर होने के बावजूद लंबी दूरी तक कर सकते हैं। लेकिन अब संसार की जानी-मानी कंपनी Michelin व जनरल मोटर्स ने कारों के लिए नयी जनरेशन के ‘एयरलेस व्हील’ टेक्नोलॉजी पेश की है। इस तकनीक को Uptis (यूनिक पंचरप्रूफ टायर सिस्टम) बोला जाता है। इसमें हवा नहीं भरी जाती है। इसलिए इसके पंचर होने का भय नहीं रहता है।
ज्वाइंट रिसर्च एग्रीमेंट के तहत दोनों कंपनियों को 2024 की आरंभ में यात्री मॉडल पर Uptis को पेश करने के लक्ष्य के साथ प्रोटोटाइप पर करा करेंगे। Michelin व जनरल मोटर्स प्रोटोटाइप पर कार्य कर रहे हैं व इसमें आरंभ शेवरले बोल्ड ईवी से करने जा रहे हैं। इस वर्ष के अंत तक कंपनियां मिशिगन में बोल्ट ईवी वाहनों के परीक्षण बेड़े पर अपटिस का असलीपरीक्षण प्रारम्भ करेंगे।
इस टायर में इस तरह के मैटेरियल का इस्तेमाल किया है जो कि प्रेसर पड़ने पर फ्लेक्सिबल होने कि सम्भावना है व ज्यादा से ज्यादा वजन सहने की क्षमता रखता है। इस टायर को आज के समय के अत्याधुनिक वाहनों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसके अतिरिक्त इस टायर के लिए किसी भी तरह की मेंटेनेंस की भी कोई जरुरत नहीं होगी। यानी कि ये टायर लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकेगा।
मिशलिन पिछले पांच वर्षों से एयरलेस टायर्स पर कार्य कर रहा है। यह फ्लैट टायर व ब्लोआउट के जोखिम को समाप्त कर देगा। दुनियाभर में लगभग 200 मिलियन टायर हर वर्षसमय से पहले पंक्चर, सड़क के खतरों से नुकसाल या हवा के कम प्रेशर की वजह से बेकार हो जाते हैं। अपटिस प्रोटोटाइप के जरिए ये कम होने कि सम्भावना है।