दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कन्हैया कुमार पर देशद्रोह का केस न चलाने के दिल्ली सरकार के फैसले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार भारत के टुकड़े करने की इच्छा रखने वाले लोगों के साथ खड़ी है।
मनोज तिवारी ने बीजेपी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार भारत की बरबादी का सपना देखने वालों का समर्थन करती है। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। तिवारी ने कहा कि बीजेपी केजरीवाल सरकार से मांग करती है कि कन्हैया कुमार के खिलाफ जांच के आदेश दिए जाएं।
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने भी दिल्ली सरकार के इस फैसले की निंदा करते हुए सीएम केजरीवाल पर निशाना साधा है। कन्हैया पर मुकदमा न चलाने के लिए मिश्रा ने सीएम केजरीवाल को गद्दार कहा है।
कपिल मिश्रा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट कर लिखा है कि 9 फरवरी को अफजल गुरु को फांसी हुई थी। JNU में इसीलिए 9 फरवरी को ये कार्यक्रम किया गया। उसकी फांसी की सजा को शहादत बताया गया। अफजल गुरु की शहादत के नाम पर कार्यक्रम किया गया। ये अपने आप मे देशद्रोह है। ऐसे देशद्रोहियों को बचाना भी मुल्क से गद्दारी हैं केजरीवाल। दिल्ली तुमको माफ नहीं करेगी।
बता दें कि दिल्ली सरकार के गृह विभाग ने जेएनयू मामले में देशद्रोह के आरोप का सामना कर रहे कन्हैया कुमार को देशद्रोही मानने से इनकार कर दिया है। विभाग ने रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है जिसमें कहा गया है कि कन्हैया कुमार देशद्रोही नहीं है।