लखनऊ। उत्तर प्रदेश में संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की कोशिशों के तहत कांग्रेस पार्टी विरोधी गतिविधयों में शामिल रहे नेताओं और कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखा सकती है। अनुशासन को लेकर पार्टी का रुख बेहद सख्त है।
पार्टी ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं के प्रति कोई नरमी बरतने के लिए तैयार नहीं है। लोकसभा चुनाव में अनुशासनहीनता की जांच को गठित समिति जल्द अपनी रिपोर्ट पार्टी महासचिव को सौंप देगी।
लोकसभा चुनाव में हार के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने वरिष्ठ नेता अनुग्रह नारायण सिंह की अध्यक्षता में समिति का गठन किया था। पूर्वी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के बारे में समिति ने रिपोर्ट तैयार कर ली है। वरिष्ठ नेता ने कहा कि समिति जल्द अपनी रिपोर्ट पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव को सौंप देगी। रिपोर्ट में समिति भितरघात करने वालों पर कार्रवाई की सिफारिश करने की तैयारी कर रही है।
पूर्वी यूपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि लोकसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर समिति को तीन दर्जन से अधिक शिकायत मिली। जांच के दौरान इनमें से कई शिकायत झूठी पाई गई। बाकी मामलों में समिति ने कारण बताओ नोटिस जारी कर पक्ष रखने के लिए कहा है।