अगर आप कार या बाइक खरीदने की सोच रहे हैं, तो देरी न करें, क्योंकि
होने कि सम्भावना है कि आपकी पसंदीदा कार महंगी हो जाए
. कार कंपनियां तो गाड़ियों की
मूल्य में बढ़ोतरी करने नहीं जा रही हैं, लेकिन संभव है कि सरकार की नीतियां उसे महंगा बना दें
. सरकार जल्द ही कार के रजिस्ट्रेशन चार्ज में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है
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न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन चार्जेज में 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने की योजना पर विचार कर रही है. सरकार के थिंक टैंक नीति आयोग ने सरकार से सिफारिश की है कि इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन चार्ज में बढ़ोतरी की जाए.
नीति आयोग ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए कई प्रस्ताव सरकार को सौंपे हैं, लेकिन इसमें सबसे अहम सिफारिश गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन में बढ़ोतरी है. वहीं सरकार ने भी नीति आयोग की कुछ सिफारिश को गंभीरता से लेते हुए उन पर कार्य करना प्रारम्भ कर दिया है.
नीति आयोग ने जो सिफारिशें सरकार को सौंपी हैं, उनके मुताबिक टू-व्हीलर की रजिस्ट्रेशन फीस 60 रुपये से बढ़ा कर 600 रुपये करने का प्रस्ताव है. वहीं कारों की रजिस्ट्रेशन फीस को 10 गुना ज्यादा 600 रुपये से बढ़ा कर 6000 रुपये कर दिया जाए. आयोग का तर्क है कि अगर सरकार को इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना है तो उन्हें बिक्री बढ़ाने के लिए इंसेटिव वप्रमोशंस पर भी ध्यान देना होगा.
इससे पहले पिछले वर्ष दिसंबर में नीति आयोग ने सरकार से सिफारिश की थी कि फेम-2 योजना को प्रोत्साहित करना के लिए पेट्रोल व डीजल चलित वाहनों पर अलावा सेस लगाया जाए. सरकार ने बोला था कि कारों पर दो हजार से ढाई हजार रुपए व दो पहिया वाहनों पर 300 रुपये का अलावा सेस लगाया जाए.