लंदन। आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम महिला हॉकी विश्व कप के पहले मैच में शनिवार को ओलंपिक चैंपियन मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगी।भारत पूल-बी में 26 जुलाई को दुनिया की 16वें नंबर की टीम आयरलैंड के खिलाफ और 29 जुलाई को दुनिया की सातवें नंबर की टीम अमेरिका के खिलाफ मैदान पर उतरेगा।
महिला हॉकी टीम की कप्तान
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी विश्व कप में अपनी टीम के प्रदर्शन को लेकर आत्मविश्वास से भरी नजर आई। रानी ने विश्व रैंकिंग में दूसरे पायदान पर काबिज इंग्लैंड के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ’दबाव हम पर नहीं, इंग्लैंड पर होगा। उन्हें अपनी धरती पर खेलने का फायदा मिलेगा, लेकिन हमें भी खचाखच भरे मैदानों में खेलने की आदत है।
हमने इंग्लैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है और गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के ग्रुप चरण में उसे हराया था।’एफआईएच विश्व कप में भारत पिछली बार 2010 में अर्जेटीना में खेला था। भारतीय टीम हालांकि तब नौवें स्थान पर रही थी, लेकिन रानी तब टूर्नामेंट के दौरान सात गोल करके सबके आकर्षण का केंद्र रही थीं। हालांकि, रानी पर इस बार भी काफी जिम्मेदारी होगी। उनके पास एक ऐसी टीम है जिसने पिछले दो वर्षो के दौरान आत्मविश्वास के साथ प्रेरक प्रदर्शन किया है, जिसकी वजह से भारतीय महिला टीम विश्व की नंबर-10 टीम के रूप में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल करने में सफल रही।
कोच शोर्ड मारिन ने कहा
मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने कहा, ’अब फॉरवर्ड पंक्ति सिर्फ रानी पर निर्भर नहीं है। हमारे पास वंदना कटारिया जैसी युवा स्ट्राइकर हैं जो टीम के लिए कई बार गोल कर चुकी हैं। हमारे पास गुरजीत कौर जैसी ड्रैग फ्लिकर भी हैं जो दुनिया की सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकरों में से एक हैं।’टूर्नामेंट शुरू होने से एक सप्ताह पहले यहां पहुंच चुकी भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम से दो अभ्यास मैच भी खेले। रानी ने कहा, ’हमारे दोनों अभ्यास मैच अच्छे रहे और अब इंग्लैंड के खिलाफ हम उस लय को कायम रखेंगे।’