गाजियाबाद के डासना से पांच जुलाई को संदिग्ध दशा में लापता हुई किशोरी का धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया गया है. इस मुद्दे में मसूरी में पंचायत भी हुई, जिसके बाद दो समुदाय के लोगों के बीच तनाव का माहौल बताया गया है.बताया गया है कि पांच जुलाई को 15 वर्षीय किशोरी संदिग्ध दशा में घर से लापता हो गई थी. पीड़िता की मां ने पड़ोस में रहने वाले दूसरे समुदाय के तीन युवकों के विरूद्ध नामजद शिकायत दी थी. उसी दिन शाम को पुलिस ने दो नाबालिग आरोपियों को अरैस्ट कर कारागार भेज दिया था. मुद्दे ने दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण तूल पकड़ लिया है.
सूत्रों की मानें तो सोमवार को किशोरी के परिजनों संग मसूरी में पंचायत हुई. इसमें किशोरी को डासना के एक मंदिर में रखने व धर्मांतरण की प्लानिंग करने का आरोप लगाया गया.इसके बाद क्षेत्र के एक समुदाय के लोगों के बीच मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं मसूरी पुलिस इसको कोरी अफ़वाह बता रही है. पुलिस के मुताबिक इस मुद्दे में आरोपी दो किशोरों को कारागार भेज दिया गया है. अफ़वाह फैलाने वालों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.