लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज पार्टी मुख्यालय लखनऊ में अखिल भारतीय गोंड समाज के सैकड़ों लोगों को सम्बोधित करते हुए सोनभद्र की दर्दनाक घटना पर दुःख जताया जिसमें 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने मृतक आश्रितों को एक-एक लाख रूपए और घायलों को 50-50 हजार रूपए समाजवादी पार्टी की ओर से दिए जाने की घोषणा की।
अखिलेश यादव ने कहा कि शोषण और अन्याय के विरूद्ध जनता की लड़ाई में समाजवादी कभी पीछे नहीं रहते हैं। आदिवासी समाज के सम्मान की लड़ाई में समाजवादी पार्टी साथ रहेगी। भाजपा ने पिछड़ों-आदिवासियों के साथ अत्याचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आजाद भारत में इतने जुल्म की आशा नहीं थी। श्री यादव ने कहा कि गोंड समाज व्यवस्था की शिकार है। यह समाज सताया हुआ है। आदिवासियों का उत्पीड़न हो रहा है। उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है। सामाजिक न्याय को जमीन पर उतारने के लिए आवश्यक है कि सबकी गिनती हो। उसी आधार पर जातियों को हक और सम्मान मिलना चाहिए।
अखिल भारतवर्षीय गोंड महासभा एवं अनु.जाति एवं जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व्यास गोंड ने मांग की कि सोनभद्र काण्ड के मृतक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। जिन जमींनों पर आदिवासी परिवार सैकड़ों वर्षों से काबिज हैं उनके नाम राजस्व रिकार्ड कायम किया जाए तथा जिनके फर्जी इन्द्राज हुए है उन्हें निरस्त किया जाए। कार्यक्रम का संचालन श्री राजेश गोंड ने किया।
लल्लन प्रसाद गोंड द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव में कहा गया है कि अनुसूचित जाति एवं जनजातियों की सूची में 15 जातियां होने से उनकी जनसंख्या में भारी वृद्धि को देखते हुए उनके कोटे में कटौती न हो, गोंड, धुरिया जाति को 13 जनपदों में अनु. जनजाति और शेष जनपदों में अनु. जाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाए। इन जातियों के विकास पर ध्यान दिया जाए।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, नेता विरोधी दल विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री घूराराम, पूर्णमासी देहाती पूर्व विधायक, जनार्दन गोंड, भरत लाल, रमेश चंद्र, वासुदेव कोल, शीला गोंड, संतलाल, राजमंगल, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।