रायबरेली। जिला प्रशासन द्वारा शहर में चलाए जा रहे अतिक्रमण अभियान में गरीबों की रोज़ी रोटी के साथ साथ उनकी टूटी फूटी छत भी उखाड़ फेंकना सरकारी संवेदनहीनता को साफ दर्शाता है। राजतंत्र में राजा के आगमन मात्र पर गरीब का झोंपड़ा उजाड़ दिया जाना अब तक कहानियों में ही पढ़ा गया था वर्तमान समय में योगी जी के आगमन पर यह कहानी चरितार्थ भी हो गई है। गरीबों पर हुए इस अत्याचार और अन्याय का विरोध सड़कों से लेकर शासन के गलियारों तक किया जाएगा। यह बातें नवगठित रायबरेली नगर बचाओ मोर्चा के अध्यक्ष डा. अमिताभ पाण्डेय ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कही हैं।
उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि जिनको उजाड़ दिया गया है उनके लिए तत्काल कोई वैकल्पिक व्यवस्था प्रशासन द्वारा मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा कि गरीब की रोज़ी रोटी का एकमात्र साधन उनसे छीन लिया गया है। प्रशासन को चाहिए कि तत्काल कोई व्यवस्था सुनिश्चित करे ताकि यह रोज कमाने खाने वाले लोग भुखमरी की हालत से बच सकें। इस अवसर पर सोनकर समाज के श्याम सोनकर, कृष्ण गोपाल कसौधन जिला अध्यक्ष अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल, इंद्रजीत सिंह सलूजा महामंत्री, विकास मिश्रा, बबलू शुक्ला, धर्मेंद्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा