बार-बार इंफेक्शन
अगर आप घर के दूसरे सदस्यों की तुलना में बार-बार बीमार पड़ते हैं, लगातार सर्दी जुकाम, एलर्जी, खांसी, स्किन रैशेज आदि से परेशान रहते हैं तो समझ लें कि आपका इम्युनिटी सिस्टम बेहद निर्बल है. इम्यूनिटी से पीडि़त लोगों को बार बार यूरीन इंफेक्शन, डायरिया, मसूड़ों में सूजन, मुंह में छाले, लिम्फोनैड्स में सूजन आदि की शिकायत होती है. मौसम बदलते ही पहले इनके परेशानी होती है. इन्हें तुरंत बुखार भी हो जाता है. न्यूट्रीशन एक्सपर्ट ल्यूक कौटीनो बताते हैं कि ऐसे लोगों को रेगुलर अभ्यास करनी चाहिए. लहसुन, अदरक, दालचीनी व लौंग आदि भोजन में शामिल करने चाहिए.पेट नहीं रहता सेट
हमारी इम्युनिटी का 80 प्रतिशत संकेतक पेट होता है. लंबे समय तक कब्ज, अपच, एसिडिटी, ब्लोटिंग, डकार की शिकायत हो, तो यह निर्बल इम्यून सिस्टम के लक्षण हैं. पेट बेकाररहने का सीधा अर्थ है बेकार व अच्छे बैक्टीरिया में ठीक संतुलन न होना.
लाइफस्टाइल मेडिसिन एक्सपर्ट ल्यूक कौटीनो सुझाव देते हैं कि इसके लिए प्रोबायोटिक्स दही, छाछ या सप्लीमेंट लेने चाहिए.
कभी बुखार न होना
अगर लंबे समय से आपको कभी बुखार नहीं हुआ है, तो यह भी इम्युनिटी सिस्टम निर्बल होने का एक संकेतक होने कि सम्भावना है. दरअसल बुखार, बीमारियों और इंफेक्शन से लडऩे का एक उपाय है. हम दवा लेकर इसे तुरंत दबा देते हैं, तो यह अपना कार्य अच्छा से कर ही नहीं पाता. बार-बार इंफेक्शन होने के बावजूद पिछले कई वर्षों में कभी बुखार नहीं हुआ, तो यह भी लो इम्यूनिटी का लक्षण होने कि सम्भावना है.
विटामिन डी 3 का कम लेवल
विटामिन डी 3 इम्युनिटी का लेवल बता देता है व अधिकतर लोगों में इसका लेवल कम होता है. आपको इसका लेवल दुरूस्त करने के लिए सचेष्ट हो जाना चाहिए. इसकी कमी से थकान, सुस्ती, शरीर में ढीलापन, अनिद्रा, डिप्रेशन, आंखों के नीचे डार्क सर्कल आदि समस्याएं होने लगती हैं. इसके लिए धूप में पर्याप्त समय रहें, पौष्टिक भोजन लें व आवश्यकता पडऩे पर सप्लीमेंट भी लेना चाहिए.
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