मौसम के अनुसार खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. जिस स्थान पर रह रहे हैं वहां का परंपरागत खाना खाने से रोग प्रतिरोधकता बढ़ती है. वजन नियंत्रित रहता है. मानसिक ताकत बढ़ती है. मानसिक रचनात्मकता बढ़ती है. इससे महिला तनाव और अवसाद में नहीं जाती है. खानपान में लापरवाही, योग, व्यायाम की कमी से कई दिक्कतें प्रारम्भ हो जाती हैं.इसके लिए महत्वपूर्ण है कि पौष्टिक और संतुलित आहार लें. जितनी भूख है उतना ही खाएं. जब तक हजम न हो तब तक कुछ न खाएं. गुनगुना पानी पीएं. खाने से नहीं, अच्छे से हजम होने से ताकत बढ़ती है. उसके लिए बार बार खाना महत्वपूर्ण नहीं है.
ये 7 पोषक तत्व जरूरी
महिलाओं व पुरुषों में न सिर्फ शरीर की बनावट का अंतर होता है बल्कि उनकी शारीरिक जरूरतों में भी फर्क होता है. स्त्रियों में समय-समय पर हार्मोन संबंधी परिवर्तन होते हैं. इसके लिए कुछ ऐसे पोषक तत्व जो स्त्रियों को लेना महत्वपूर्ण होता है.
कैल्शियम
महिलाओं में आयु के साथ हड्डियों, जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ती है. इसके लिए दूध, पनीर, दही, छाछ आदि का इस्तेमाल करें.
आयरन
आयरन से कोशिकाओं को ऑक्सीजन मिलता है. इसकी कमी से थकान लगती है. पालक, बीन्स, हरी सब्जियां लें.
विटामिन डी : विटामिन डी आंतों से कैल्शियम सोखकर हड्डियों में पहुंचाता है. इसकी कमी से शरीर में कैल्शियम अवशोषित नहीं होता है. सूर्योदय की १५ मिनट धूप, मक्खन, दूध लेना चाहिए.
फोलिक एसिड
यानी विटामिन बी-9 पोषक तत्वों को अवशोषित करता, नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है. इसकी कमी से गर्भस्थ शिशु के विकास और रीढ़ की हड्डी विकसित विकसित नहीं होती हैं.पत्तेदार सब्जियों, बीन्स, सेम, राजमा में पाया जाता है.
प्रोटीन
यह मांसपेशियों के निर्माण, मेटाबॉलिज्म नियंत्रित करता है. दूध, दूध से बनी चीजों, सोया, अंडा चिकन में पाया जाता है. स्त्रियों को 50 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए.
फाइबर
फाइबर पाचन को बेहतर करता है. ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रखता है. यह रेशेदार फल, सब्जियों, बाजरा, जौ, काजू, बादाम से रोजाना 25 ग्राम लेना चाहिए.
विटामिन सी
निखरी स्कीन और दमकते चेहरे के लिए विटामिन सी युक्त चीजों को खूब लेना चाहिए. यह संतरे, हरी मिर्च, फूलगोभी, खट्टे फलों में पाया जाता है.
ओमेगा -3 फैटी एसिड
यह दिल संबंधी बीमारियों से बचाता है. यह अखरोट, अलसी व ठंडे पानी की मछलियों में सबसे ज्यादा पाया जाता है.