वो नयी गेंद के बादशाह हैं। डेथ ओवरों में उनकी गेंदबाजी का कोई सानी नहीं है। कैप्टन के माथे पर जब भी चिंता की लकीरें उभरने लगती हैं, गेंद इस खिलाड़ी की ओर उछाल दी जाती है। एक्सरसाइज सत्र में लाखों गेंद फेंकने के बाद उसने एक नया ही हुनर हासिल किया है।
कुछ लोग उन्हें धोनी (Mahendra Singh Dhoni) का शागिर्द कहते हैं, तो वो खुद भी सफलता का श्रेय आईपीएल (IPL) टीम चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Superkings) में बिताए अपने दिनों को देते हैं। छोटे से अंतर्राष्ट्रीय करियर में बड़े—बड़े मुकाम हासिल करने वाला हिंदुस्तान का ये नया सितारा अब घर—घर में पहचान बना चुका है। बिल्कुल ठीक अंदाजा लगाया आपने हम राजस्थान (Rajasthan) की युवा सनसनी तेज गेंदबाज दीपक चाहर (Deepak Chahar) की ही बात कर रहे हैं।
दीपक चाहर (Deepak Chahar) ने पिछले पांच दिनों में ऐसा कारनाम अंजाम दिया है जो शायद ही किसी गेंदबाज ने अंजाम दिया हो। टीम इंडिया (Team India) के इस उभरते सितारे ने तीन अलग—अलग मैचों के दौरान महज 13 गेंदों में ही दस विकेट चटकाकर इतिहास रच दिया है। यही वजह है कि आज उनका नाम दुनिया क्रिकेट में सभी की जुबान पर है। 13 गेंदों पर दस विकेट लेने के इस असाधारण सफर की आरंभ बांग्लादेश (Bangladesh) के विरूद्ध नागपुर टी—20 मैच (Nagpur T20 match) से हुई।
इस मुकाबले में दीपक चाहर ने अपनी आखिरी तीन गेंदों पर तीन विकेट चटकाए। इसके दो दिन बाद ही चाहर राजस्थान (Rajasthan) के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) में खेलने उतर गए। विदर्भ (Vidarbha) के विरूद्ध इस मुकाबले में उन्होंने 6 गेंदों के अंतराल में 4 विकेट हासिल कर कमाल कर दिया। मगर चाहर इतने में ही संतुष्ट होने वालों में से नहीं थे। इसके दो दिन बाद ही उन्होंने उत्तर प्रदेश के विरूद्ध भी 4 गेंदों में 3 विकेट लेकर अपने नाम का डंका बजा दिया। आइए भाग बनते हैं, 27 वर्ष के इस गेंदबाज के सपनों सरीखे सफर का।