देश में बिकने वाले डिब्बाबंद खाने की चीजों की पैकेजिंग जल्द बदल सकती है. ऐसी चीजें तैयार करने वाली कंपनियों को पैकेट पर लाल रंग के स्टिकर से बताना होगा कि खाद्य पदार्थ में अधिक चर्बी (फैट), चीनी व नमक उपस्थित है. भारतीय खाद्य सुरक्षा व मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने पैकेज्ड फूड कंपनियों के लिए नए नियमों का मसौदा जारी किया है.एफएसएसएआइ ने एक बयान में बोला कि लेबलिंग के नए नियम लाने का उद्देश्य लोगों इस बात की ज्यादा और स्पष्ट जानकारी मुहैया कराना है कि जो डिब्बाबंद प्रोडक्ट वे खरीद रहे हैं, उसमें कौन-कौन सी सामग्री प्रयोग की गई है. नए नियम तीन वर्षो में चरणबद्घ ढंग से लागू करने की योजना है.
दरअसल, देश में फैट की चर्बी और मधुमेह की समस्या बढ़ने से सरकार ने दो वर्ष पहले नियमों में परिवर्तन की आरंभ की थी, जिसके तहत खाने-पीने की डिब्बाबंद चीजें तैयार करने वाली लोकल कंपनियों को प्रोडक्ट के लेबस पर फैट, चीनी और नमक की मात्र का उल्लेख महत्वपूर्ण है.
आपत्तियां और सुझाव आमंत्रित
एफएसएसएआइ ने इस मसले से जुड़े सभी पक्षों से 30 दिनों के भीतर नियमों के मसौदे पर आपत्तियां व सुझाव आमंत्रित किए हैं. प्राधिकरण का बोलना है कि वह इन नियमों को अंतिम रूप देने से पहले सभी सुझावों व आपत्तियों पर गौर करेगा.