मोहम्मदी/खीरी। थप्पड़ कांड के बाद बन्द हुए बालू एवं मिट्टी खनन पर पुलिस एवं प्रशासन दोनो सख्त है,फिर भी बालू एवं मिट्टी खनन जारी है बस तरीका और साधन बदल गये है। मिट्ट माफियाओ ने नगर में कई जगह मिट्टी भारी मात्रा में एकत्र कर रखी है, जो जरूरतमंदों को ऊंचे दामो पर बेची जा रही है। वही बालू जो पहले डनलप एवं ट्रैक्टर- ट्राली से आती थी। अब बोरियो में भरकर ई-रिक्शो से आ रही है। आज प्रातः 11 बजे के लगभग तीन ई-रिक्शो पर आ रही बालू को पुलिस ने धर दबोचा जिन्हे कोतवाली ले जाया गया।
नगर से लेकर गांवो तक चल रहे मकान निर्माण के लिये बालू एवं पीली मिट्टी दोनो की आवश्यकता पड़ रही है। सत्ता में फल-फूल रही गुटबाजी के चलते उपजे ”थप्पड़ कांड” के बाद प्रशासन ने बालू एवं मिट्टी खनन पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। परिणाम स्वरूप नगर से लेकर गांवो तक में बालू एवं मिट्टी का अंकाल सा पड़ गया। जबकि नगर से लेकर गांवो तक में चल रहे आवास निर्माण एवं पीएम आवास निर्माण के कार्यो में बालू एवं मिट्टी के अभाव से निर्माण कार्य रूक से गये। पुलिस एवं प्रशासन आवास निर्माण करा रहे लोगो को फरियाद करने के बाद भी अनुभति नहीं दे रहे है। जिसमें बालू के रेट मौरंग के रेट बराबर पहुंच गए। बालू के अकाल का लाभ उठाते हुए खनन माफियाओ के द्वारा ग्राम मोहम्मदी सरायं में डंप की गयी बालू से सस्ती दर पर नगर के ई-रिक्शे वाले बोरियो मे भरकर खरीद लाते। जिसे ऊंचे दामो पर नगर में जरूरत मन्दो को बेचने का कारोबार कर रहे थे। जिसकी शिकायते पुलिस को मिल रही थी।
आज प्रातः लगभग 11 बजे ग्राम मोहम्मदी सरायं से तीन ई-रिक्शो पर लदी लगभग एक सैकड़ा बालू की बोरियो को नगर सीमा में प्रवेश ही सिटी पुलिस चैकी इंचार्ज कृपेन्द्र कुमार सिंह व उनके हमराही आरक्षियो ने पकड़ ली और कोतवाली ले जाकर खड़ा करा दिया गया। पकड़े गये ई-रिक्शा चालक फिरासत व सदाकत पुत्रगण पीरबक्श व महफूज पुत्र अय्यूब निवासी हरिहरपुर मोहम्मदी ने जो आज पहली बार कुछ मकान निर्माण करा रहे लोगो के कहने पर ग्राम मोहम्मदी सरायं से लेकर आये थे कि पकड़े गये और कोतवाली पहुंच गये। गरीब होने के कारण कोई नेता अभिनेता सिफारिश को भी नहीं आया। जबकि गत सप्ताह इसी रोड पर बालू से भरी ट्रैक्टर- ट्राली को शुक्लापुर में पुलिस ने पकड़ा था जिसे सत्ता पक्ष के लोगो के कारण छोड़ दिया गया था। दूसरे दिन शाहजहांपुर रोड पर गर्ग के्रेशर के पास पुलिस ने फिर एक ट्रैक्टर- ट्राली को पकड़ा उसे भी सत्ता के नेताओ के दवाब में पुलिस ने छोड़ दिया लेकिन ये गरीब ई-रिक्शा वाले जो दोहरे दोषी है एक तो प्रतिबन्धित बालू लाये ऊपर से तीनो अल्पसंख्यक समुदाय के जो सबसे बड़ा दोष है। इस कारण बेचारे को कानूनी प्रक्रिया का तो सामना करना ही पड़ेगा।
रिपोर्ट-सुखविंदर सिंह कम्बोज