अभिभावक होना बड़ी जिम्मेदारी है. भागदौड़ भरी जीवनशैली में हमारे पास सबकुछ है लेकिन वक्त नहीं है. ऐसे में बहुत से अभिभावक बच्चों व परिवार के लिए क्वालिटी वक्त नहीं निकाल पाते हैं. इससे बच्चों की परवरिश पर प्रभाव पड़ता है. अगर आप भी अपने बच्चों को भरपूर वक्त नहीं दे पा रहे हैं तो सावधान हो जाएं व इस बात की अनदेखी न करते हुए, उनके लिए वक्त निकाले ताकि आपका खुशहाल दुनिया व खुशहाल हो सके. अगर आपमें पेरेंटिंग स्किल्स नहीं है तो किसी भी तरह से परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है. आप इस कौशल को थोड़ा सा सावधानी बरतकर सुधार सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे? आप हमेशा अपने बच्चों के साथ सकारात्मक इंट्रेक्शन रखें. उनसे वार्ता करते वक्त कोई भी निगेटिव बातें न बोले. बच्चों के साथ अच्छा व शानदार वक्त बिताए. इससे आपके वआपके बच्चों के बीच भावनात्मक लगाव बढ़ेगा. बच्चों के साथ अच्छा व बेहतरीन वक्त बिताने के लिए आप उनके साथ उनकी एक्टिविटी में भाग लें. बच्चों के साथ खेले-कूदें.
हमेशा बच्चों के सभी प्रश्नों का जवाब धैर्यपूर्वक दें. झुंझलाहट न दिखाएं. अपने बच्चों को हर वस्तु प्यार से समझाएं.
इससे आपके व बच्चों के बीच का रिश्ता व मजबूत होगा व आप अच्छे अभिभावक भी कहलाएंगे. हां यहां ध्यान रखें कि बच्चों के सवालों के जवाब ही नहीं दें बल्कि उनके जवाब भी सुने.
बच्चों के साथ क्वालिटी वक्त बिताने के साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आप अपनी किसी भी बुरी आदत को बच्चों के सामने प्रदर्शित न करें. मसलन, कभी भी बच्चों के सामने शराब व सिगरेट न पिएं.
बच्चों को अच्छी व बुरी आदतों के बारे में जानकारी दें. इससे आपका दुनिया व ज्यादा सुखी व खुशहाल होगा. बच्चों की बातों का रिएक्शन अच्छे तरह से दें.