रिश्तों को बचाने के लिए कई बार झुक जाना भी महत्वपूर्ण होता है। इससे रिश्ता टूटने से बच जाता है। ‘मुझे माफ़ कर दीजिए’ ये शब्द ऐसे हैं जो बरसों पुराने मनभेद को सुलझाने के लिए बहुत ज्यादा हैं। माफ़ी मांगने से पहले कई बार मन में तरह तरह के ख्याल आते हैं जैसी कि पता नहीं अगले आदमी इस इस पर क्या प्रतिक्रया होगी। इसी कशमकश में कई बार हम माफी मांगते वक्त भी कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं जिससे सामने वाला हमारे मन की बात समझ नहीं पाता है व माफी मांगने के बावजूद भी हम संबंध को बचा नहीं पाते हैं।आइए जानते हैं माफी मांगने के दौरान किन शब्दों का प्रयोग करने से बचना चाहिए।जब आप कहते हैं कि, ‘माफ़ कीजिएगा लेकिन मैं ऐसे लोगों के साथ नहीं रहना चाहता तो मेरे ऊपर अपनी मर्जी थोपें। ‘ . लोग आपकी इस बात को आरोप की तरह ले सकते हैं।
‘मैं अपने किये की माफ़ी मांगता हूं लेकिन आप अपनी बात को अच्छा ढंग से रख सकते थे। ‘ गलती के लिए माफ़ी मांगने के बाद सामने वाले को व्यवहार कुशलता समझाना कहां की समझदारी है। आप सॉरी बोलने के कुछ समय बाद अपनी प्रॉब्लम बता सकते हैं।
कई बार हम चाहते हैं कि सामने वाला संबंध को बचाने की पहल करे व माफी मांगे। होने कि सम्भावना है अगला भी आपसे यही अपेक्षा कर रहा हो। कहीं ऐसा न हो कि ये इंतजार बस इन्तजार ही रह जाए व आपका रिश्ता बेमौत दम तोड़ने पर विवश हो जाए।
जब आप कह्ते हैं कि ‘माफ़ी चाहता हूं तुम मेरी बात को गलत ढंग से समझ रहे हो। ‘ इससे ये स्पष्ट होता है कि आप सामने वाले से अपनी गुस्ताखी के लिए नहीं बल्कि उसके रिएक्शन पर अफसोस जता रहे हैं व सॉरी बोल रहे हैं।