लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि मोदी सरकार पार्ट-2 के सौ दिन पूरे होने पर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी जगह-जगह जश्न मनाने की तैयारी कर रही है। जिसमें अनुच्छेद-370, तीन तलाक और नये मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर स्वयं अपनी पीठ थोकने की तैयारी है, जबकि वास्तविकता यह है कि इस प्रकार के फैसलों द्वारा देश की चौपट हो गयी अर्थव्यवस्था से जनता का ध्यान हटाने का कुचक्र मात्र है। मोदी सरकार की नोटबंदी ही वास्तव में देश में मंदी की जनक है और जितनी अर्थव्यवस्था चौपट हुयी है उसे शब्दों में पिरोना मुश्किल है।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि इन्हीं सौ दिनों में गैस सिलिण्डर, पेट्रोल, डीजल और बिजली मूल्य की बढोत्तरी का तोहफा प्रदेश की जनता को डबल इंजन की सरकार के द्वारा मिला है जिसको पाकर प्रत्येक परिवार के मुखिया की कमर टूट गयी है। भारत संचार निगम का 45 हजार कर्मचारी वेतन को तरस रहा है। डाकघर समाप्त होने के कगार पर हैं। रेलवे तथा हवाई अडडे् प्राइवेट सेक्टर में दे दिये गये हैं। बैंको के आपस में विलय के फैसले हो चुके हैं, सरकार के अनेको विभाग समाप्त हो चुके हैं।
इन सबके फलस्वरूप देश का युवा वर्ग सरकारी नौकरियों के प्रति निरास होकर डिप्रेसन की ओर जा रहा है और भाजपा के शीर्ष नेता अब भी 5 टिलियन डालर की अर्थव्यवस्था का सपना देश को दिखा रहे हैं। देश की पढी-लिखी जनता यह भी देख रही है कि आपने 1.76 लाख करोड़ रूपया रिजर्व बैंक से लेकर स्वयं को अघोषित दिवालिया बता दिया है फिर भी झूठी आकडेबाजी प्रस्तुत कर देश को लाॅलीपाप दिखाया जा रहा है।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सौ दिन की सच्चाई जनता के सामने उजागर हो चुकी है और “पूत के पांव पालने में नजर आ रहे हैं।” देश का किसान लागत मूल्य का दुगुना पाने की लालसा में अपना सब कुछ गवां रहा है यहां तक कि नलकूप की बिजली का बिल भी बढा दिया गया है। स्वामीनाथन आयोग की ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है क्योंकि केन्द्र और प्रदेश सरकार शायद किसानों को अनपढ़ समझते हुये स्वामीनाथन आयोग के प्रति अनिभिज्ञ मानती हैं। वास्तव में देश की जनता इन्हीं सौ दिनों में आगामी पांच वर्षो की बानगी पाकर अफसोस के गर्त में जा चुकी है।