Breaking News

यूरोपियन पार्लियामेंट से लगा पाक को तगड़ा झटका, ईपी सदस्य ने कहा- कश्मीर भारत का आंतरिक मसला

जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करने के मोदी सरकार के फैसले को पाकिस्तान दुनिया के कई देशों के सामने उठा चुका है। फिलहाल हर जगह से उसे मायूसी ही मिली है। इन सबके बीच अब यूरोपियन पार्लियामेंट से भी पाक को तगड़ा झटका लगा है।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने का मुद्दा यूरोपियन पार्लियामेंट (ईपी) में भी उठा, जहां भारत को समर्थन मिला है। ईपी के मासिक अखबार में रविवार को छपी खबर के मुताबिक, पार्लियामेंट में भारत के इस फैसले को समर्थन मिला। ईपी के सदस्य टॉमस जेकोव्स्की ने इसे भारत का आतंरिक मामला बताते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 खत्म होने से कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने में मदद मिलेगी।

जेकोव्स्की ने कहा कि कुछ आतंकी संगठन कश्मीर घाटी और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंक फैला रहे हैं। ये सशस्त्र दल कथित रूप से जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक संगठनों से जुड़े व्यक्तियों पर हमलों के लिए जिम्मेदार रहे हैं। इनमें 6 राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और एक अलगाववादी नेता की हत्या भी शामिल है।

टॉमस ने माना कि पीओके में कई पाकिस्तानी संगठन संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2018 में स्थानीय चुनाव के दौरान आतंकी हमलों की घटनाएं सबसे ज्यादा सामने आईं। यहां नेताओं और जो कश्मीरी चुनाव में हिस्सा ले रहे थे, उनको धमकियां भी दी गईं। ज्यादातर पाकिस्तानी आतंकी संगठन पीओके से ही संचालित हो रहे हैं।

टॉमस का कहना है कि पाकिस्तान बड़े आतंकी संगठनों को समर्थन देता है। उनके मुताबिक, ‘‘5 अगस्त को भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को खत्म किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आतंकियों के खिलाफ बड़ा फैसला था। यह भारत का आंतरिक मामला है।’’ संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, 1990 से लेकर अब तक कश्मीर में कई आतंकी संगठन पनपे हैं। मौजूदा वक्त में 4 बड़े आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और हरकत उल-मुजाहिदीन सबसे ज्यादा सक्रिय हैं। इन सभी को पाक का समर्थन है।

About Aditya Jaiswal

Check Also

दोस्त की गर्लफ्रेंड का बर्गर खाना कराची के व्यक्ति को पड़ा महंगा, जान से हाथ धोकर चुकानी पड़ी कीमत

पाकिस्तान में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जहां बर्गर खाने पर व्यक्ति की हत्या ...