अमेरिका ने म्यांमार सैन्य बलों के कमांडर-इन-चीफ तथा तीन अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों पर अल्पसंख्यक समुदाय रोहिंग्या के सदस्यों की गैर-न्यायिक मर्डर करने के कारण प्रतिबंध लगा दिया है। खबर एजेंसी एफे के अनुसार, संयुक्त देश विशेष आयोग की पिछले वर्ष रिपोर्ट आई थी जिसमें सैनिकों व आतंकी संगठनों द्वारा रोहिंग्याओं के विरूद्धकार्रवाई को इन्सानियत के विरूद्ध हमला बोला था। उस रिपोर्ट की रिएक्शन में अमेरिका ने पहली बार इतने सख्त प्रतिबंध लगाए हैं।अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “इस घोषणा के साथ, अमेरिका बर्मा की सेना के सबसे वरिष्ठ अधिकारियों के संदर्भ में सार्वजनिक रूप से कार्रवाई करने वाला पहला देश बन गया है। ” उन्होंने कहा, “हमने इन लोगों को मानवाधिकारों के व्यापक उल्लंघन के साथ-साथ उत्तरी रखाइन प्रांत में रोहिंग्याओं की मर्डर में इनकी संलिप्तता की विश्वस्त सूचना के आधार पर नामित किया है। ”
ये प्रतिबंध जनरल मिन ओंग हेंग (राष्ट्रीय सेना के कमांडर इन चीफ) व उनके बाद सर्वोच्च नेता सू विन के साथ-साथ 33वीं रोशनी इनफेंटरी डिवीजन के ब्रिगेडियर जनरल औंग औंग व 99वीं इनफेंटरी डिवीजन में उनके समकक्ष थान ओ पर लगाए गए हैं। प्रतिबंध के बारे में बताते हुए पोंपियो ने बोला कि इन सभी व इनके परिवारों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रतिबंध का हालांकि इन पर कोई वित्तीय असर नहीं पड़ता दिख रहा।