कर्नाटक के भाजपा अध्यक्ष और नये सीएम बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को कहा कि वह 29 जुलाई को विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक विधानसभा का सत्र विश्वास प्रस्ताव पेश करने और वित्त विधेयक को पारित कराने के लिए 29 जुलाई को सुबह 10 बजे बुलाया जाएगा।’’ राज्य में कई हफ्ते तक चले राजनीतिक ड्रामा और कानूनी लड़ाई के बाद उनका शपथग्रहण हुआ है।कांग्रेस और जदएस के 15 बागी विधायकों के इस्तीफे के बाद राजनीतिक संकट खड़ा हुआ था और मंगलवार को जदएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार गिर गयी। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य में येदियुरप्पा के नेतृत्व में स्थिर सरकार बनने का विश्वास जताया। कांग्रेस -जद (एस) गठबंधन सरकार के तीन दिन पहले विश्वास मत हारने के बाद येदियुरप्पा ने शुक्रवार को अकेले शपथ ली।
राज्यपाल वजुभाई वाला ने शाम में राजभवन में हुए एक समारोह में 76 वर्षीय येदियुरप्पा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। दक्षिण भारत में 2008 में पहली बार भाजपा सरकार बनवाने का श्रेय येदियुरप्पा को जाता है। लिंगायत नेता ने शुक्रवार की सुबह अचानक सरकार गठन का दावा करने की पहल की। एक दिन पहले ही विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने कांग्रेस- जद (एस) के तीन बागी विधायकों को अयोग्य ठहराया था।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शपथ लेने के बाद बी एस येदियुरप्पा को बधाई दी और विश्वास जताया कि पार्टी राज्य में उनके नेतृत्व में स्थिर, किसान समर्थक और विकासोन्मुखी सरकार देगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक के नये मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को बधाई। मुझे पूरा विश्वास है कि उनके नेतृत्व और प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में भाजपा राज्य में स्थिर, किसान समर्थक और विकासोन्मुखी सरकार देगी। मैं कर्नाटक के लोगों को आश्वास्त करता हूं कि भाजपा उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’