कोरोना वायरस संक्रमण के केसों में कमी के बाद वैष्णो देवी में प्रति दिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि की गई है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से कहा गया है कि 1 नवंबर से प्रतिदिन 15 हजार श्रद्धालुओं को वैष्णो देवी के दरबार में जाने की इजाजत होगी. अभी प्रतिदिन अधिकतम 7 हजार लोग त्रिकुटा पर्वत पर पवित्र गुफा में दर्शन कर सकते हैं. इसके साथ ही 14 दिन के होम क्वारंटाइन की शर्त भी हटा ली गई है.
यात्रियों के लिए कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के अन्य उपाय पहले की तरह लागू रहेंगे. मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंशिंग जैसे नियमों का श्रद्धालुओं को पालन करना होगा. माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कटड़ा से भवन तक खास इंतजाम किए हैं.
15 अक्टूबर से अनलॉक-5 में धार्मिक समारोह को लेकर कई तरह की गतिविधियों में छूट के साथ वैष्णोदेवी में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमा 5 हजार से बढ़ाकर 7 हजार कर दी गई थी. मार्च में लॉकडाउन की शुरुआत के बाद से ही वैष्णो देवी में श्रद्धालुओं के जाने पर रोक लग गई थी. 16 अगस्त से यात्रा फिर शुरू हुई है.
देश-विदेश से बड़ी संख्या में हर दिन लोग माता के दरबार में पहुंचते हैं. गर्मियों में यहां श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ जाती है तो सर्दियों में अपेक्षाकृत कम लोग आते हैं. नवरात्र में यहां भक्तों की भीड़ सर्वाधिक होती है, हालांकि इस साल केवल 39 हजार भक्तों को दर्शन का मौका मिला.