सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शनिवार को जम्मू और कश्मीर के कठुआ जिले में पाकिस्तान द्वारा निर्मित एक भूमिगत सुरंग मिली है. बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि सुरंग का निर्माण आतंकवादियों की घुसपैठ को आसान बनाने के लिए किया गया था.
कठुआ के पानसर क्षेत्र में आज खोजी गई सुरंग लगभग 150 मीटर लंबाई और 30 फीट गहराई में है, जिसमें लगभग 3 फीट व्यास है. सुरक्षाबल ने कहा कि यह उल्लेख करना उचित है कि बीएसएफ ने जून 2020 में एक पाकिस्तानी हेक्साकॉप्टर को हथियारों और गोला-बारूद के साथ मार गिराया था.
गुप्त सुरंग का पता हिरानगर सेक्टर के सीमावर्ती चौकी (बीओपी) पंसार इलाके में एक अभियान के दौरान लगाया गया था, जो शकरगढ़ के अबियाल-डोगरा और किंगरे-डी-कोठे के सामने है.
यह कथित तौर पर दूसरी ऐसी सुरंग है, जिसे पिछले 10 दिनों में हीरानगर सेक्टर में खोजी गई है, जो पिछले छह महीनों में चौथी है, जो सांबा और कठुआ जिलों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) के साथ और पिछले एक दशक में 10वां है. 13 जनवरी को इसी सेक्टर के बोबियान गांव में 150 मीटर लंबी सुरंग मिली थी.
प्रवक्ता ने आगे कहा कि दिन के शुरुआती घंटों में विशिष्ट खुफिया इनपुट के आधार पर नवीनतम सुरंग का पता लगाया गया था. बीएसएफ के सैनिकों ने नवंबर 2019 में इस क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया था, जब सैनिकों ने भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दल पर गोलीबारी की थी.