सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बन रही नई संसद का काम जोरों पर है. सरकार के दावों की बात करे तो 2022 का शीतकालीन सत्र भारत की नई संसद में आयोजित किया जाएगा. नए संसद भवन को लेकर काफी उत्साहित दिखे थे. उन्होंने बताया था कि अगला शीतकालीन सत्र नए संसद भवन में करवाने का लक्ष्य रखा गया है.
इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नए संसद भवन के निर्माणकार्यों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने नए संसद भवन की छत पर लगे 20 फीट ऊंचा विशालकाय अशोक स्तंभ का अनावरण भी किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के निर्माण कार्यों का जायजा लेने के दौरान काम में जुटे श्रमिकों से बातचीत भी की और उनका हालचाल जाना.
बताया जा रहा है कि जिस अशोक स्तंभ चिन्ह का पीएम मोदी ने अनावरण किया है. उसका वजन 9500 किलोग्राम है जो कांस्य से बनाया गया है. इसके सपोर्ट के लिए करीब 6500 किलोग्राम वजन वाले स्टील की एक सहायक संरचना का भी निर्माण किया गया है.
जिस अशोक स्तंभ चिन्ह का पीएम मोदी ने अनावरण किया है. उसका वजन करीब 9500 किलोग्राम है जो कांस्य से बनाया गया है.संसद भवन की लागत बढ़ रही है. इसमें स्टील की ऊंची कीमत शामिल है, संसद की नई इमारत भूकंपीय क्षेत्र 5 के मानदंडों के तहत बनाई जा रही है.