पिछले काफी समय से शेयर बाजार में लगातार गिरावट का दौर जारी है। विशेषज्ञों का मानना है कि, बाजार में लगातार हो रही गिरावट के पीछे की वजह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा लगातार की जा रही पैसे के निकासी है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (Foreign Portfolio Investors) ने इस महीने अबतक भारतीय शेयर बाजार से 23,710 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है। इस तरह 2025 में अबतक एफपीआई भारतीय शेयरों से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक निकाल चुके हैं।
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पिछले महीने के मुकाबले इस महीने संभली स्थित
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने (21 फरवरी तक) भारतीय शेयरों से 23,710 करोड़ रुपये निकाले हैं। जबकि पिछले जनवरी में उन्होंने 78,027 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। साल 2025 में अबतक एफपीआई 1,01,737 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। इतनी जबरदस्त बिकवाली के चलते निफ्टी ने भी चार प्रतिशत का नकारात्मक रिटर्न दिया है।
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बॉन्ड बाजार से भी निकासी
समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार से भी निकासी हुई है। उन्होंने बॉन्ड में सामान्य सीमा के तहत 7,352 करोड़ रुपये और स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग से 3,822 करोड़ रुपये निकाले हैं। कुल मिलाकर विदेशी निवेशकों सतर्क रुख अपना रहे हैं। एफपीआई का 2024 में भारतीय बाजार में निवेश काफी कम होकर 427 करोड़ रुपये रहा था। इससे पहले 2023 में उन्होंने भारतीय बाजार में 1.71 लाख करोड़ रुपये डाले थे, जबकि 2022 में वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि के बीच 1.21 लाख करोड़ रुपये की निकासी की थी।