
बादल फटने के कारण सारे इलाके के लोग पानी से परेशान हैं. धुर्मा इंटर कॉलेज सहित कई आवासीय मकानों पर खतरा मंडरा रहा है. इसके साथ ही नदी का कटाव भी बढ़ गया है, जिसके कारण कई नालियां व कृषि धरती भी बह गई.
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार रात भी चमोली के गोविंदघाट और पिथौरागढ़ जिले के नाचनी क्षेत्र में बादल फटने के कारण भारी नुकसान हुआ था. इस दौरान टीमटीया में एक घर का मकान ढह गया था, जिसमें राम सिंह धर्मशक्तू नामक एक आदमी की मृत्यु हो गई थी.
वहीं इलाके के भैंसखाल पंचायत घर का आंगन पूरी तरह बह गया था. इस भीषण आपदा में चार घरों के जमींदोज होने की समाचार थी. बता दें कि रामगंगा नदी अभी भी उफान पर है. क्षेत्र के सभी नदी नालों का जल स्तर बढ़ गया है. एसडीआएफ की टीम लोगों की सहायता के लिए हर पल तैनात है.