लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) के निर्देशन में ग्राम्य विकास विभाग (Rural Development Department) द्वारा ग्रामीण राज मिस्त्रियों को प्रशिक्षण (Training Rural Masons) देकर और अधिक कुशल, दक्ष और हुनरमंद (Efficient, Skilled) बनाया जा रहा है। इससे मिस्त्रियों के लिए रोजगार (Employment) के नये द्वार खुल रहे हैं और राज मिस्त्रियों के प्रशिक्षण से उनकी आय में बढ़ोतरी भी हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र के प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पुरूष/महिला को सर्टिफिकेशन के बाद बड़े जगहों एवं निर्माण एजेन्सियों में कार्य करने का अवसर मिलता है, जिससे उनकी कार्य क्षमता के उपयोग के साथ उन्हें बेहतर मजदूरी भी मिलती है।
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प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अन्तर्गत रूरल मेसन ट्रेनिंग इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अंतर्गत 45 हजार राजमिस्त्रियों से अधिक ( पुरूष)तथा 7017 रानी मिस्त्रियों(महिला )को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रशिक्षण से ग्रामीण क्षेत्रों में राजमिस्त्रियों की पर्याप्त उपलब्धता से निर्माण कार्यों में तेजी आएगी तथा लोगों के लिए रोजगार के नये अवसर भी प्राप्त होंगे। इस योजना में रानी मिस्त्रियों यानी महिलाओं को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
ग्राम्य विकास विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित कर जो राजमिस्त्री का प्रशिक्षण लेने के इच्छुक हो, को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) के ग्रामीण राजमिस्त्री अर्हता पैक (QP) के अनुसार दिया जा रहा है।
आयुक्त, ग्राम्य विकास जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के निर्माण के परिप्रेक्ष्य में 45 हजार राजमिस्त्रियों (पुरूष) व 7017 महिला मिस्त्रियों को प्रशिक्षित किया गया है।