वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) की बैठक में पाकिस्तान (Pakistan) को फिलहाल क्लीन चिट नहीं दी गई है. पाकिस्तान जून 2020 तक ‘ग्रे लिस्ट’ में ही बना रहेगा. को नसीहत दी गई है कि गई है कि अगर वह आतंकवाद समेत 25 पॉइंट वाले ऐक्शन प्लान को पूरा नहीं करता है, तो उसे ‘ब्लैक लिस्ट’ में डाल दिया जाएगा.
भारतीय दूतावास के सूत्रों के मुताबिक FATF के सदस्य देशों ने बैठक में ही पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि उसे 25 पॉइंट वाले प्रोग्राम को जल्द से जल्द अमल में लाना होगा, नहीं तो परिणाम बुरे हो सकते हैं. सिर्फ तुर्की और मलेशिया ने ही मीटिंग में ये कहा कि पाकिस्तान इन शर्तों को मानने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और बीते दिनों पाकिस्तान में हुई गिरफ्तारियों और लीडरशिप के बयानों से ये साबित भी होता है. दोनों ही देशों ने पाकिस्तान के प्रति नरमी दिखाने के लिए भी कहा.
FATF की बैठक में नहीं चली पाकिस्तान की तिड़कम
इमरान सरकार ने जनता से वादा किया था कि वह फरवरी में FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकल जाएगा. चीन, मलेशिया और तुर्की की मदद से पाकिस्तान ‘ब्लैक लिस्ट’ में जाने तो बच गया, लेकिन उसे ‘ग्रे लिस्ट’ से बचने के लिए 13 देशों के समर्थन की जरूरत थी, जो उसे नहीं मिली.