बहराईच। भारत नेपाल बार्डर पर थाना फखरपुर इलाके में काफी अर्से से संचालित एक फर्जी डिग्री वाले डॉक्टर की क्लीनिक में नकली नोट छापने का काम चल रहा था। इस कारखाने का भंडाफोड़ थाना फखरपुर की पुलिस के साथ ही पुलिस महकमें की स्वाट टीम व पुलिस अधिक्षक की स्पेशल पुलिस यूनिट ने किया।
छापेमारी के दौरान कामरान अहमद और डॉ. रिजवान अहमद नाम के दो शातिरों को करीब सवा लाख की नकली करेंसी की खेप के साथ पकड़ा गया। पुलिस की गिरफ्त में आया डॉ रिजवान नाम का आरोपी फर्जी ठ।डै की डिग्री के नाम पर इलाके में अपनी डाक्टरी की क्लिनिक खोले हुए था। इसकी आंड़ में वह नकली नोट का कारखाना अपने भाई कामरान के साथ मिलकर धड़ल्ले से चला रहा था। पुलिस की गिरफ्त में आया कामरान अहमद खुद को अपना दल पार्टी का नेता बताकर लोगों पर रौब झाड़ता था।
इस गोरखधंधे का खुलासा तब हुआ जब इलाके के एक युवक को 2 हजार का नकली नोट थमाकर इन नटवरलालों ने बाजार में चलाने के लिये भेजा। तभी नकली नोट की पहचान उजागर हो
ते ही युवक को पकड़ लिया। इलाके के लोगों ने मौके पर जमकर इस बात का बखेड़ा खड़ा किया। मामले की भनक पाते ही स्थानीय थाना फखरपुर पुलिस के साथ व स्वाट टीम तत्काल मौके पर पहुँची, जहाँ पूछताछ के दौरान पता चला कि इलाके में संचालित डॉक्टर की क्लिनिक से उसे 2 हजार के नोट को चलाने के लिये अंजाने में भेजा गया था। पुलिस ने जब मामले की कड़ाई से जाँच की तो मामले का पर्दाफाश होते जरा भी देर नहीं लगी। मौके पर हुयी छापेमारी के दौरान जिले में सक्रिय जाली नोट बनाने वाले गिरोह के अड्डे से 94,640 रूपये की जाली करेंसी सहित नकली नोट बनाने के उपकरण सहित 02 शातिर नटवरलालों को रंगेहाँथ गिरफ्तार किया गया।