राजस्थान में बसपा को झटका देकर पिछले वर्ष के सितंबर में कांग्रेस ज्वाइन करनेवाले छह विधायकों ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. इसके साथ ही, उन सभी ने औपचारिक तौर पर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले ली. ये हैं- राजेन्द्र गुढा (उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (नदबई), वाजिब अली (नगर), लाखन सिंह मीणा (करोली), संदीप यादव (तिजारा) व दीपचंद खेरिया.
गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस पार्टी को कुल 99 सीटें मिली थी. भाजपा को 73 सीट मिली थीं. कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन पूर्ण बहुमत से एक सीट कम रह गई.
कांग्रेस ने इसके बाद बीएसपी तथा निर्दलीय विधायकों की मदद से सरकार बनी ली थी. बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद गहलोत सरकार अपने दम पर पूर्ण बहुमत वाली सरकार हो गई.
राज्य में 2009 में भी अशोक गहलोत के पहले कार्यकाल के दौरान, बसपा के सभी छह विधायकों ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा था व तत्कालीन कांग्रेस पार्टी सरकार को स्थिर बनाया था. उस समय सरकार स्पष्ट बहुमत से पांच कम थी.