लखनऊ। ओडीओपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना रही है। पिछले तीन वर्षों में यह कारगर रूप से आगे बढ़ रही है। एक जिला एक उत्पाद की धूमिल हो चुकी विरासत को नई पहचान मिल रही है। अब तो इस योजना को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और मान्यता मिली है। केंद्रीय बजट के अनुसार अब इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने वाली अनेक योजनाएं शुरू की हैं। एक जिला एक उत्पाद ओडीओपी उन्ही में से एक रही है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इसकी आधारशिला रखी थी। जबकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसे लांच किया था। व्यापार सुगमता की सूची में उत्तर प्रदेश का आगे बढ़ रहा है। सुधार में सिंगल विंडो पोर्टल भूमि की उपलब्धता और आवंटन, कर भुगतान प्रणाली,पारदर्शी सूचनाएं आदि कार्य शामिल है। लघु स्तर पर इकाई लगाने के लिए आसान कर्ज की भी व्यवस्था की गई। लोन की मार्जिन धनराशि में पच्चीस प्रतिशत की छूट सरकार दे रही है। इसके साथ ही टूल किट का वितरण भी किया जा रहा है।
ओडीओपी के तहत सभी जिलों के उत्पाद का उत्पादन वृद्धि के लिये ट्रेनिंग दी जा रही है। प्रत्येक जिले में सामान्य सुविधा केंद्र भी बनाए गए है। ओडीओपी के उत्पाद ई कॉमर्स वेबसाइट अमेजन से भी बिक्री की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अमेजन अपनी वेबसाइट में ओडीओपी की एक माइक्रो साइट विकसित की है। ई कॉमर्स साइट, फ्लिपकार्ट स्नैपडील, अलीबाबा आदि से भी सहयोग आगे बढ़ा है। उत्तर प्रदेश हजारों करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा अर्जित कर रहा है। इस योजना से राष्ट्रीय निर्यात में भारी वृद्धि हो रही है। प्रदेश में कृषि क्षेत्र के बाद सबसे अधिक रोजगार परंपरागत उद्योगों में ही उपलब्ध है।
अब ओडीओपी योजना के तहत सूक्ष्म,लघु, मध्यम उद्यम,निर्यात प्रोत्साहन विभाग तथा क्वालिटी काउन्सिल आॅफ इण्डिया के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर कर किये गए। इससे उत्तर प्रदेश में निर्मित केवीआईबी उत्पादों के संवर्धित उपयोग और बाजार के लिए गुणवत्ता ढांचे के विकास होगा। यूपी केवीआईबी और क्यूसीआई के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। इसके अंतर्गत क्यूसीआई सभी ओडीओपी उत्पादों के लिए घरेलू और निर्यात बाजारों के लिए गुणवत्ता मूल्यांकन मापदंडों की पहचान का विकास करेगा। निर्धारित गुणवत्ता ढांचे के अनुसार ओडीओपी उत्पादों के परीक्षण की सुविधा के लिए क्यूसीआई प्रत्येक ओडीओपी उत्पाद के लिए आवश्यक परीक्षणों की पूरी सूची तैयार करेगा। क्यूसीआई सभी हितधारकों,कारीगरों, एमएसएमई इकाइयों और ओडीओपी अधिकारियों के लिए संवेदीकरण कार्यशालाओं के संचालन के लिए एक व्यापक मॉड्यूल विकसित करेगा। इस प्रकार क्यूसीआई द्वारा ओडीओपी उत्पादों के लिए विकसित गुणवत्ता मानकों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
एमओयू के अंतर्गत क्यूसीआई, एनएबीएल से मान्यता प्राप्त टेस्टिंग एण्ड कैलीबरेशन लैब्स का लाभ उठाकर प्रत्येक ओडीओपी उत्पाद के प्रत्येक परीक्षण के लिए उपलब्ध परीक्षण एजेंसी के विवरण से अवगत कराएगा। यह विश्व में गुणवत्तापूर्ण ओडीओपी उत्पादों को पहुंचाने की व्यवस्था करेगा।
रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री