रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
व्यवसाय प्रशासन विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय ने मार्केटिंग में बदलते प्रतिमान विषय पर एक अंतर्राष्ट्रीय ई-सेमिनार का आयोजन किया। इसमें शिक्षाविदों,कॉर्पोरेट पेशेवरों,छात्रों और प्रबंधकों सहित ढाई हजार लोगों ने प्रतिभाग किया। इसमें पांच महाद्वीपों यूएसए, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और एशिया के पंद्रह से अधिक देशों सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, केन्या, फिनलैंड, पाकिस्तान, कनाडा, अफगानिस्तान, यूके, भारत, नेपाल के लोग शामिल थे।
लखनऊ के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने ग्राहक संबंध प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया। इसके लिए एक वास्तुशिल्प रूपरेखा का प्रस्ताव रखा। राजीव जामखेडकर, सीईओ, सेरेन्गेट्टी वेंचर्स ने वर्तमान परिदृश्य में जीवित रहने के लिए नए उत्पादों के साथ नया करने और आने की आवश्यकता पर विचार व्यक्त किये।
पिया पोल्सा,हैकेन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स,फिनलैंड ने कहा कि विपणन को आर्थिक मूल्यों पर ध्यान देने के बजाय पर्यावरणीय मूल्य, सौंदर्य मूल्य और मानवीय मूल्य पर विचार करने की आवश्यकता है।
सुधीर स्याल, सीईओ, बुकमायशो, यूएई ने बताया कि पब्लिक रिलेशन स्ट्रैटेजी के जरिए ग्राहक अधिग्रहण की लागत को किस प्रकार कम किया जा सकता है।
शसय्यद रिज़वी, प्रमुख, संज्ञानात्मक व्यवसाय संचालन, टीसीएस, उत्तरी अमेरिका ने वर्तमान परिदृश्य में डिजिटल तकनीकों का उपयोग करने के महत्व पर बल दिया। बेबीनार आयोजन सचिव डॉ. रितु नारंग सभी सहभागियों का स्वागत किया।