संसद सदस्य के रूप में योगी आदित्यनाथ पूर्वांचल के संचारी रोगों की समस्या को प्रत्येक स्तर पर उठाते थे। यह समस्या चार दशक पुरानी थी। लेकिन तब इसके नियंत्रण हेतु प्रयास नहीं किये गए। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस ओर गम्भीरता से प्रयास किये। इसके सकारात्मक परिणाम हुए। पिछले तीन वर्षों में संचारी रोगों पर अभूतपूर्व नियंत्रण हुआ है। योगी ने कहा कि संचारी रोग दिमागी बुखार के विरुद्ध राज्य सरकार की सफलता साबित करती है कि विभिन्न बीमारियों में बचाव,उपचार से महत्वपूर्ण है।
इसके अनुरूप प्रयासों में कमी नहीं होनी चाहिए। इसके दृष्टिगत योगी आदित्यनाथ ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान।के तृतीय चरण का शुभारम्भ किया। इसके साथ ही विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान से सम्बन्धित जागरूकता वीडियो का भी लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के समन्वय, डब्ल्यूएचओ यूनीसेफ जैसी संस्थाओं के सहयोग एवं जनसहभागिता के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा विगत तीन वर्षाें से संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए अभियान संचालित किया जा रहा है। इन अभियानों से प्रदेश में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण हुआ है।
इस दिशा में राज्य की सफलता देश व दुनिया के लिए एक उदाहरण है। प्रदेश के अड़तीस जनपदों में प्रतिवर्ष संचारी रोगों से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते थे। वर्तमान प्रदेश सरकार ने दिमागी बुखार के मरीजों के उपचार के साथ साथ संक्रमण से बचाव की दिशा में प्रयास प्रारम्भ किया। इसके अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाकर ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, कृषि, शिक्षा,महिला एवं बाल विकास,नगर विकास आदि विभागों के अन्तर्विभागीय समन्वय से स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन,शुद्ध पेयजल की उपलब्धता तथा बीमारी के प्रति जन जागरूकता के कार्यक्रम प्रारम्भ किये गये। साथ ही,स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावी सर्विलान्स की व्यवस्था भी प्रारम्भ की गयी।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रत्येक परिवार को शौचालय की उपलब्धता स्वच्छ पेयजल के लिए हैण्डपम्प व पाइप पेयजल की सुविधा का भी इस सफलता में महत्वपूर्ण योगदान है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत बड़ी संख्या में शौचालयों के निर्माण ने खुले में शौच से मुक्ति दिलायी है। इससे नारी गरिमा की रक्षा तथा संचारी रोगों पर नियंत्रण भी सम्भव हुआ है। संचारी रोग नियंत्रण अभियानों का संचालन भी इसी दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है।
डॉ.दिलीप अग्निहोत्री