लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में आज ओमप्रकाश सिंह यानी कि ओपी सिंह ने कमान संभाल ली है। ओपी सिंह 1983 बैच से आईपीएस अफसर हैं। इन्होंने यह पदभार हाल ही में पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के बाद संभाला हैं। ऐसे में आइए जानें प्रदेश के नए डीजीपी के बारे में खास बातें…
काफी गरीब घर से ओपी सिंह थे
बिहार के गया के रहने वाले ओपी सिंह ने बचपन में अपनी लाइफ में काफी संघर्ष किया है। इनके माता-पिता काफी गरीब थे। पिता की मौत के बाद इनकी मां ने इन्हें खेती करके पढ़ाया लिखाय। इनकी मां ने अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए जी-तोड़ मेहनत की।
- ओपी सिंह की शुरूआती पढ़ाई गया में ही हुई। इसके बाद रांची के संत जेवियर इंटर कॉलेज से पढाई की।
- ओपी सिंह पढाई के मामले में बचपन से ही काफी तेज रहे हैं।
- इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एमए में गोल्ड मेडल हासिल किया और वहां पढाया भी था।
- ओपी सिंह ने भी अपनी मां की मेहनत का मान रखा उसे बेकार नहीं होने दिया।
- वह एक अफसर के रूप में खुद को देखना चाहते थे।
- ओपी सिंह 1983 बैच से आईपीएस अफसर चुने गए थे।
- इनकी सबसे पहली पोस्टिंग बतौर ट्रेनी एएसपी वाराणसी में हुई थी।
सुर्खियों में रहा नाम - ओपी सिंह 1992-93 में लखीमपुर खीरी में तैनाती के दौरान नेपाल बॉर्डर से होने वाली तस्करी पर लगाम लगाई
- इसके साथ ही आतंकवादी गतिविधियों पर अपनी सख्त कार्रवाई को लेकर चर्चा में रहे।
- वहीं 25 जून साल 1995 यूपी के चर्चित गेस्ट हाउस कांड में भी इनका नाम सुर्खियों में रहा।
गाने का भी शौक हैः-
- बहुमुखी प्रतिभा के धनी ओपी सिंह को गाने का बहुत शौक है।
- मधुर आवाज में गाने वाले ओपी सिंह के पसंदीदा गायक मुकेश हैं।
- इनके गाने का एक वीडियो भी काफी ट्रेंड हो रहा है।
- प्रदेश के नए डीजीपी ओपी सिंह का रिटायरमेंट साल 2020 में होना है।
उत्तर प्रदेश के इकलौते डीजीपी:- - डीजीपी के पद पर तैनात होने से पहले ओपी सिंह केंद्र में डेप्युटेशन पर थे।
- यह यहां बतौर सीआईएसएफ के डीजी के पद पर काम कर रहे थे।
- राष्ट्रपति से पदक पाने वाले ओपी सिंह उत्तर प्रदेश के इकलौते डीजीपी हैं।