लखनऊ। महात्मा गांधी की प्रेरणा से आचार्य जे.बी. कृपलानी ने बनारस में 30 नवम्बर 1920 को गांधी आश्रम की स्थापना की थी। जब महात्मा गांधी पूरे देश में असहयोग आंदोलन को सफल बनाने के लिए जनसभा कर रहे थे।
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वहीं, दूसरी ओर बनारस हिंदू विवि के प्रोफेसर पद से इस्तीफा देकर आचार्य जे.बी. कृपलानी ने बीएचयू के 20 छात्रों के साथ मिलकर गांधी आश्रम की नींव रखी। यह जानकारी गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट, बाराबंकी के अध्यक्ष एवं गांधीवादी चिन्तक राजनाथ शर्मा ने एक प्रेस वक्तव्य में दी।
श्री शर्मा ने बताया कि आचार्य जे0बी0कृपलानी ने बनारस में 30 नवंबर 1920 को गांधी आश्रम की स्थापना रखी थी। जिसकी स्थापना में आचार्य जे.बी. कृपलानी के साथ पंडित जवाहर लाल नेहरु, जमुनालाल बजाज, कमलापति त्रिपाठी, विचित्र नारायण शर्मा, बाबू शिव प्रसाद गुप्त, चौ. रघुवीर नारायण सिंह, राजाराम शर्मा, कपिल देव पांडेय, रामसूरत मिश्र आदि लोग शामिल रहे। श्री शर्मा ने बताया कि इस वर्ष गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट, गांधी आश्रम की शताब्दी वर्ष मना रहा है।
जिसका पहला कार्यक्रम आगामी 30 नवंबर को जनपद बराबंकी के गांधी भवन में होगा। जिसमें सामाजिक सहभागिता सम्मान के अन्र्तगत देश की 25 विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा। उक्त शताब्दी समारोह को संचालित करने हेतु जल्द ही एक समिति का गठन किया जाएगा। जिससे कि उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में स्वदेशी आन्दोलन के अंतर्गत महात्मा गांधी, जे.बी. कृपलानी और खादी से आमजन को जोड़ने का प्रयास किया जा सके।
श्री शर्मा ने बताया कि गांधी आश्रम की स्थापना के शताब्दी वर्ष की जानकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भेजकर दी गई है। उन्होंने पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि भारत सरकार गांधी आश्रम के स्थापना वर्ष के मद्देनज़र स्वदेशी आन्दोलन को जीवान्त बनाए रखने के लिए केन्द्रीय समिति का गठन करे। जिसका अध्यक्ष पद्मश्री रामबहादुर राय को बनाया जाए।
शाश्वत तिवारी