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यदि 30 से ज्यादा उम्र है तो जरूर करवाएं ये रूटीन चेकअप, वरना बाद में पड़ेगा पछताना

नई दिल्ली। डॉक्टरों के मुताबिक यदि व्यक्ति की उम्र 30 साल के पार है तो हर 6 माह में एक बार रूटीन चेकअप जरूर करवाना चाहिए. इसका फायदा ये होगा कि व्यक्ति की आयु लंबी हो जाएगी. समय पर चेकअप होने से किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी का उसको सामना नहीं करना पड़ेगा. युवा होने के बाद बहुत ही कम लोग रूटीन मेडिकल चेकअप करवाते हैं. यह एक बड़ा कारण है कि युवाओं में शुगर और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां 35 तक की आयु में हो जाती हैं. हर व्यक्ति को इस बात को समझना होगा कि वर्तमान में हम पेस्टिसाइट से मिला हुआ खाना खा रहे हैं, जो ऑक्सीजन हमारे अंदर जा रही है, वह पूरी तरह से शुद्ध नहीं है. इसीलिए यदि आप भी 30 वर्ष पार चुके हैं तो रूटीन चेकअप की ओर अपना ध्यान ले जाएं.

डॉक्टरों व कई विशेषज्ञों का मानना है कि अब उम्र सीमा बीत जाने के बाद लोग शादी कर रहे हैं. हर युवा जोड़ा करीब 30 से 35 वर्ष के बीच शादी कर रहा है. इससे महिला का गर्भाशय उतना बेहतर नहीं होता. गर्भधारण के बाद गर्भस्थ शिशु के अंगों का विकास होता है, लेकिन आंतरिक अंग कमजोर होने की वजह से बच्चों में किडनी से जुड़े केस सामने आ रहे हैं. नवजात बच्चे का उस तरह से विकास नहीं हो पा रहा है, जैसे कि एक निश्चित उम्र में शादी करने वाली महिला द्वारा जन्मे बच्चे में होना चाहिए.

30 की उम्र के बाद स्वास्थ्य के प्रति रहें जागरुक

डॉक्टरों के अनुसार, व्यस्त दिनचर्या की वजह से आजकल युवा अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं हैं. बीमारी पता लगने के बाद भी कई लोग नियमित व अनुशासित रूप से दवाई तक नहीं लेते हैं. किडनी ट्रांस्प्लांट में 100 में से 40 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं, जो दवाई लेना छोड़ देते हैं. एक या दो वर्ष में फिर से किडनी में समस्या आने लगती है. इसमें सबसे ज्यादा औसत युवाओं का है. किडनी के ट्रांस्प्लांट वाले व्यक्ति को नियमित दवाई लेना बहुत जरूरी है. दवा लेने में भी सबसे ज्यादा लापरवाही युवा ही दिखाते हैं.

ट्रांसप्लांट करवाया है तो जरूर रखें ये सावधानी

डॉक्टरों के अनुसार, ट्रांसप्लांट कराने वाले व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर हो जाती है. मौसम बदलने पर उन्हें विशेष तौर पर सावधान रहना चाहिए. ऐसे मरीजों के लिए जरूरी है कि वे प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखें, सर्दी-खांसी होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखाएं, ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल में रखें, नमक ज्यादा न खाएं और तली हुई खाद्य चीजों के सेवन से दूर रहें. ज्यादा से ज्यादा फाइबर फूड और प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल करें.

किडनी डोनर रखें इन बातों का ध्यान

कभी वजन न उठाएं
समय पर भोजन करें
पेशाब को कभी न रोकें
समय पर डॉक्टर का परामर्श लेते रहें

इसके अलावा जिन लोगों की किडनी सुरक्षित है, उन्हें भी नियमित रूप से अपनी जांच कराना चाहिए. पेशाब में जलन होने पर डॉक्टर के परामर्श के बिना दवाई न लें. ब्लड प्रेशर और शुगर को हमेशा कंट्रोल में रखें.

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