लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा है कि मणिपुर की घटना ने देश की प्रतिष्ठा विश्व में गिराई है। 2 महीने से अधिक समय से मणिपुर आग में जल रहा है और अफसोस की बात है कि मणिपुर में लगातार बढ़ रहे संवैधानिक संकट पर संसद में कोई चर्चा नहीं हुई और न ही देश के प्रधानमंत्री ने सदन की कार्यवाही में शामिल होकर मणिपुर की घटना पर अपना वक्तव्य दिया।
आज लखनऊ में जारी बयान में श्री दुबे ने कहा कि मणिपुर में केन्द्र सरकार की सारी गुप्तचर एजेंसियां पूरी तरह से फेल साबित हुई है। मणिपुर की घटना के शर्मनाक वीडियो आने के बाद भाजपा को वोट देने वाली महिलाएं भी भाजपा के राज में खुद को असुरक्षित महसूस करने लगी हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर हिंसा ने सामाजिक ताने बाने को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है और इस हिंसा ने दूसरे पूर्वोत्तर राज्यों में भी तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह के निर्देश पर मणिपुर में सरकार की तत्काल बर्खास्ती तथा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में नरसंहार की जांच कराने, आदिवासियों, दलितों तथा गरीबों के साथ हो रहे उत्पीड़न पर तत्काल रोक लगाने व हिंसा में मारे गये लोगों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग को लेकर राष्ट्रीय लोकदल 27 जुलाई को धरना प्रदर्शन करके राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सभी जिला मुख्यालयों पर दिया जायेगा।