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कुलपति ने जारी किया कार्यवृत्त

लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार ने अपने एक वर्ष का कार्यवृत्त जारी किया। इस अवसर पर उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय का एंथम और छात्र केंद्रित और छात्र हितैषी योजना “कर्मयोगी योजना” को लॉन्च किया। जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय के छात्रों को कैंपस में आंशिक समय की नौकरियों के लिए मौका दिया जाएगा। कुलपति ने बताया कि संवर्धन के अंतर्गत विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र अपने जूनियर की मेंटरशिप करेंगे, उन्हें विश्वविद्यालय के तौर तरीके समझने ने उनकी सहायता करेंगे। कर्मयोगी योजना के माध्यम से विश्वविद्यालय के छात्रों को कैंपस में आंशिक समय की नौकरियों के लिए मौका दिया जाएगा। जिससे मानव संसाधन के रूप में छात्रों की क्षमता का उपयोग हो सके। छात्र श्रम की गरिमा सीखेंगे।

नियत कार्य करने के लिए छात्र को रु डेढ़ सौ का भुगतान किया जाएगा। विश्वविद्यालय को उन्नत एम्बुलेंस सुविधा प्रो. दिनेश शर्मा माननीय उपमुख्यमंत्री के विधायक निधी के अंतर्गत प्रदान की गई है। प्रो राय ने कहा कि अपने पहले वर्ष के दौरान उन्होंने “Participatory Governance” पर ध्यान केंद्रित किया। कुल छह कार्यकारी परिषद की बैठक हुई। चांसलर और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा शुरू की गई रीफर्बिश्ड वेबसाइट में अब सभी दस्तावेज वेबसाइट पर रखे गए हैं। और इस वजह से इस नए सुसज्जित वेबसाइट पर अब तक 2.5 करोड़ हिट्स में दर्ज हो चुके हैं।

विश्वविद्यालय ने संचार के सभी संभावित तरीकों का इस्तेमाल किया है और अपने ट्विटर अकाउंट बनाने के लिए विभागों, संस्थानों और केंद्रों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने निर्णय लेने में विभागों को सशक्त बनाया है। विभागों के दायित्व में वृद्धि की जाएगी। विश्वविद्यालय अल्टरनेटिव इनकम सोर्सेज पर जोर दे रहा है। सभी विभागों, संस्थानों और केंद्रों के YouTube चैनल लॉन्च किए हैं। विश्वविद्यालय कंसल्टेंसी सर्विस देने कि तरफ भी कदम बढ़ा रहा है। विश्वविद्यालय ने तीन नए शहरों में अपने अधिकार क्षेत्र का विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि नवगठित “नई शिक्षा नीति 2020” के अनुसार, विश्वविद्यालय न केवल उत्तर प्रदेश राज्य में, बल्कि देश में पहले स्थान पर है। जिसने क्रेडिट ट्रांसफर स्कीम और पीएच.डी. अध्यादेश जो अंशकालिक पीएच.डी., एकीकृत पीएच.डी. योजनाएं आदि।

इस वर्ष नई डी.लिट अध्यादेश भी पारित किया गया था। जिसमें पिछले दस वर्षों से कोई प्रवेश नहीं हो रहा था। इस वर्ष में “योग और वैकल्पिक चिकित्सा” का एक नया संकाय बनाया गया है।जिसमें योग व प्राकृतिक चिकित्सा विभाग है। उद्यमिता और वित्त में एमबीए जैसे नए पाठ्यक्रम; गरभांस्कर और नैनोसाइंस विभाग के साथ-साथ आणविक और मानव आनुवंशिकी विभाग जैसे नए विभागों की स्थापना हुई है। केंद्रित कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय ने ओपीडी,ट्री,समवर्धन योजनाओं को लॉन्च किया था। प्लेसमेंट सेल को भी दोबारा सक्रिय किया गया। जिसमें अब बिजनेस क्लीनिक शुरू करने पर भी विचार किया जाएगा। प्रो राय ने बताया कि उद्यमिता प्रकोष्ठ,परामर्श और मार्गदर्शन प्रकोष्ठों की स्थापना की गई है। जो छात्रों की मानसिक स्थिति का ध्यान रखेंगे। उन्होंने सभी छात्रावासों में छात्रावासों के नवीनीकरण और रखरखाव,ओपन एयर जिम्नेजियम की स्थापना और टेबल टेनिस कोर्ट के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान विश्वविद्यालय ने एक ऑर्गेनिक फार्म की स्थापना की थी जिसमें आवारा पत्तियों को कृमि-खाद विधि द्वारा खाद में बदल दिया गया था।

विश्वविद्यालय ने लॉकडाउन के दौरान सैनिटाइज़र LUCHEM, काढ़ा LURAM 19 और कुछ छात्र केंद्रित इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म SLATE, SIMS इत्यादि अभिनव कार्य किये। विश्वविद्यालय ने अब अपना स्वयं का भर्ती पोर्टल शुरू करके भर्ती का पारदर्शी तरीका अपनाया है। 26 जनवरी 2020 को विश्वविद्यालय और संबद्ध कॉलेजों ने 26,000 पौधे लगाए थे। जो एक रिकॉर्ड था। वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त था। कोरोना महामारी के दौरान सबसे पहले जेईई-बीएड प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 4,34,000 छात्रों ने भाग लिया था। पूरे राज्य में विश्वविद्यालय अपने शताब्दी वर्ष समारोह के दौरान दीक्षांत समारोह का आयोजन करने वाला पहला राज्य विश्ववद्यालय था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन उत्सव में भाग लिया और उनके मार्गदर्शन के अनुसार विश्वविद्यालय ने काम करना शुरू कर दिया है। जैसे कि कौशल केंद्रों के विकास के कार्यक्रम संबंधी समितियों क गठन। उन्होंने यह भी कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय अपने शहर के जैव विविधता सूचकांक की गणना करने वाला पहला विश्वविद्यालय है। अपने कार्बन पदचिह्न को कम करने के लिए भी ठोस काम किया और इसके ग्रीन ऑडिट को भी अंजाम दिया। आने वाले वर्ष कृषि संकाय की स्थापना योग और वैकल्पिक चिकित्सा संकाय में NEP-2020 का पूर्ण कार्यान्वयन, क्रॉस-कल्चरल स्टडीज के लिए केंद्र, B.Tech (बीएससी डेटा साइंस में बिज़नेस क्लिनिक जो स्टूडेंट ओपीडी की तरह है, बिज़नेस ऑर्गनाइज़ेशन के लिए ओपीडी स्थापित की जाएगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान,डीन,स्टूडेंट वेलफेयर प्रो पूनम टंडन, परीक्षा नियंत्रक प्रो एम एम सक्सेना,प्रो दुर्गेस श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।

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