देश में जारी कोरोना वैक्सीनेशन के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 1 फरवरी से देशभर में भूख हड़ताल का ऐलान किया है. आईएमए ने कहा है कि डॉक्टरों की यह हड़ताल 15 फरवरी तक चलेगी. देश में मिक्सोपैथी के खिलाफ पहले से ही विरोध जता रहे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि अब वे हड़ताल पर जाएंगे.
आईएमए के जनरल सेक्रेटरी डॉ जेएम लेले ने बताया कि वे सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन के उस नोटिफिकेशन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें आयुर्वेद डॉक्टरों को दो सर्जरी विषयों में प्रशिक्षण देने की अनुमति दी गई है. जिसके बाद वे 58 प्रकार की सर्जरी कर सकेंगे. यह पूरी तरह खिचड़ी मेडिसिन है. मिक्सोपैथी से किसी को लाभ नहीं होगा. बल्कि नुकसान ही होगा.
डॉ लेले ने कहा कि वे इस नोटिफिकेशन को लेकर सीसीआईएम को भी पत्र लिख चुके हैं. सरकार को भी लिख चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही. आईएमए ने कोर्ट में भी केस फाइल किया है. लेकिन अब सिर्फ भूख हड़ताल ही एक रास्ता बचा है.
उन्होंने कहा कि ऐसे में देशभर के मेडिकल छात्र, पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल छात्र, रेजिडेंट डॉक्टर और आईएमए के सदस्य इस हड़ताल में शामिल होंगे. भारत के 50 अलग-अलग स्थानों पर यह हड़ताल की जाएगी.