चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। उनके कहना था कि विद्यार्थियों और युवा वर्ग को देशभक्ति से जुड़े प्रसंगों की जानकारी होनी चाहिए। इससे उनको प्रेरणा मिलती है। मुख्यमंत्री ने इसी के अनुरूप वर्षभर चलने वाले समारोह में शिक्षण संस्थानों की सहभागिता सुनिश्चित की थी।
इसके अनुरूप उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के सहयोग से सांस्कृतिकी लखनऊ विश्वविद्यालय ने चौरी चौरा महोत्सव को आगे बढ़ाया। इसमें अपनी भाषा अपना देश विषय पर एक राज्य स्तरीय काव्य संध्या का आयोजन किया गया। इसके माध्यम से चौरी चौरा घटना का स्मरण किया गया। साथ ही शहीदों के प्रति काव्य मय श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस संध्या में आशीष अनल, डॉ. अखिलेश मिश्र, डॉ. मालविका हरिओम, पंकज प्रसून, हेमंत पाण्डेय, अभय सिंह निर्भीक ने काव्य पाठ किया। काव्य संध्या में कुलपति महोदय प्रो. आलोक कुमार राय एवं अध्य्क्ष डॉ. राज नारायण शुक्ल अध्य्क्ष,उ.प्र.भाषा संस्थान भी उपस्थित थे।
प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि इस तरह के आयोजन विश्वविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं। उन्होंने स्वनिर्मित रचना “नियति का निमंत्रण स्वीकार” सुनाई।