कुछ समय से सोशल मीडिया पर अराजकतत्वों की संख्या तेजी से फैल रही है। इन पर लगाम लगाने के लिए भारत सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों के लिए नई गाइडलाइन जारी की हैं। बता दें कि केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने गुरूवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा किया।
क्या कहती है भारत सरकार
केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने सोशल मीडिया कंपनियों से कहा कि यदि कोई अराकतत्व सोशल मीडिया पर अफवाह या फिर किसी तरह का खुराफात करता है, तो कंपनी उस स्रोत का पता लगाएगी। भारत सरकार के इस बयान पर वाट्सऐप (Whatsapp) ने साफ मना करते हुए कहा कि वो ऐसा नहीं कर सकती है। बता दें कि वाट्सऐप (Whatsapp) ने यह कहा था कि वो एंड टु एंड एन्क्रिप्शन (End to end encryption) होने के कारण यह पता नहीं लगा सकता है कि मैसेज किसने किया है और कहां से किया है।
Whatsapp को भारत से बाय-बाय करना होगा?
बता दें कि भारत सरकार ने पहले भी वाट्सऐप (Whatsapp) से ऐसी मांगे कर चुका है, लेकिन एंड टु एंड एन्क्रिप्शन होने के कारण कंपनी इस मांग को पूरा नहीं कर सकी। लेकिन इस बार भारत सरकार ने सोशल मीडिया से मांगे नहीं, बल्कि सीधे गाइडलाइन जारी कर दी है, तो ऐसे में क्या वाट्सऐप (Whatsapp) को भारत से बाय-बाय करना होगा?
क्या कहता है फेसबुक
वहीं भारत सरकार के इस बयान पर फेसबुक ने कहा कि एंड टु एंड एन्क्रिप्शन (End to end encryption) होने के कारण अराजकतत्वों का पता लगाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। हालांकि फेसबुक ने इसके लिए ना नहीं कहा हैं।
क्या हैं एंड टु एंड एन्क्रिप्शन
बता दें कि एंड टु एंड एन्क्रिप्शन एक एन्क्रिप्शन मेजर होता है, जिसमें केवल सेंडर और रिसीवर होते है। सेंडर और रिसीवर होने के कारण किसी मैसेज को कोई थर्ड पर्सन नहीं देख सकता है। वहीं वजह है कि एंड टु एंड एन्क्रिप्शन में ऑरिजन यानी स्रोत का पता लगा पाना नामुमकिन होता है।