लखनऊ। यूपी के गांवों में सेनेटाइजेशन व साफ-सफाई अभियान में योगी सरकार ने रिकॉर्ड बना दिया है। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रत्येक शनिवार व रविवार को चलाए जा रहे विशेष सेनेटाइजेशन अभियान के जरिए अब तक सभी 18 मंडलों के 12016 वार्डों में सैनिटाइजेशन का काम कराया जा चुका है। खासकर 26 हजार से अधिक कंटेनमेंट जोन में कई बार विशेष सफाई व सैनिटाइजेशन का अभियान चलाया जा चुका है। इनमें 1 लाख 87 हजार से अधिक परिवार निवास करते हैं। सरकार की इस पहल से गांवों में संक्रमण की रफ्तार धीरी पड़ी है। वहीं, 60 हजार से अधिक निगरानी समितियों कोरोना की रफ्तार कम करने में अहम रोल अदा कर रही हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर आंशिक कोरोना लॉकडाउन के दौरान प्रत्येक शनिवार व रविवार को प्रदेश भर में विशेष सेनेटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान प्रदेश के 17 नगर निगमों के 1355 वार्ड और 651 नगर निकायों के 12016 वार्डों में सैनिटाइजेशन का काम किया जा चुका है। खासकर प्रदेश के 26913 कंटेनमेंट जोन में माउंटेड स्प्रे मशीनों सैनिटाइजेशन का काम किया गया। इसी वजह से यूपी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से घट रही है। बीते 24 घंटे में यूपी में कोरोना के 8737 केस ही सामने आए हैं। यूपी में एक्टिव केस कम होकर करीब 1 लाख 36 हजार ही रह गए हैं जबकि कोरोना टेस्ट की रफ्तार सरकार ने बढ़ा दी है। यूपी में एक दिन में 2 लाख 79 हजार से अधिक टेस्ट रोजाना किए जा रहे हैं।
इसके अलावा अभियान में स्मॉगगन व हैंडहेल्ड मशीनों से एंटी लार्वा का छिड़काव व सैनिटाइजेशन का काम किया गया। विभाग के अनुसार प्रदेश के 26 हजार से अधिक कंटेनमेंट जोन में 50 हजार से अधिक कोरोना संक्रमित लोग है। इन इलाकों में रहने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए युद्ध स्तर पर सैनिटाइजेशन का काम शुरू किया गया है।
बाजार से लेकर गलियां तक हुई सेनेटाइज
मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलों में शनिवार व रविवार को लॉकडाउन के दिन हर गली और मोहल्ले में विशेष सेनेटाइजेशन अभियान शुरू किया गया। इस दौरान कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रदेश के 1,10,538 बाजारों, प्रमुख स्थलों, अस्पतालों व सरकारी व निजी संस्थानों को भी सेनेटाइज किया गया। कोरोना संक्रमण के साथ डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए 6295 वार्डों में एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराया गया है। विशेष सेनेटाइजेशन अभियान के दौरान 2,65,426 किलोग्राम सोडियम हाइपोक्लोराइट, ब्लीचिंग पाउडर, चूना व मैलाथियान डस्ट का इस्तेमाल किया गया।